लखनऊ: आरटीओ दफ्तर में चल रही दलाली की शिकायतों के मद्देनजर पुलिस ने आज एक बड़ा छापा मारा, जिसमें चार संदिग्ध दलालों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई तब की गई जब आरटीओ ने पुलिस से शिकायत की कि दलालों के आतंक के कारण आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य कामों के लिए आवेदकों जब दफ्तर पहुंचते हैं तो दलाल उन्हें घेर लेते हैं और आवेदकों को ऑनलाइन व्यवस्था को टेढ़ी प्रक्रिया बता कर बहकाते हैं। इसके साथ ही आवेदकों को टेस्ट के दौरान फेल होने की बात कह कर भ्रमित करने लगते हैं। लर्निंग से लेकर स्थाई लाइसेंस बनवाने में ऑनलाइन फीस जमा होती हैं, लेकिन दलाल आवेदकों को गुमराह कर उनसे पांच हजार तक वसूलते हैं। आरटीओ ने कार्यालय से दलालों को दूर करने के लिए पुलिस की मदद ली।
पुलिस ने सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरटीओ कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की गई। आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि दलालों की गतिविधियों ने लोगों के लिए सेवाओं का उपयोग करना बेहद कठिन बना दिया था।
हालांकि, पूछताछ के बाद पुलिस ने सभी चार दलालों को छोड़ दिया, लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से स्थिति में सुधार नहीं होगा जब तक कि ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
स्थानीय निवासियों ने इस घटना का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि पुलिस अब इस मामले में गंभीरता से कदम उठाएगी। आरटीओ कार्यालय के आसपास दलाली के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके।
इस छापे के बाद, अब देखना यह है कि पुलिस आगे की कार्रवाई कैसे करती है और क्या वे दलालों की बढ़ती गतिविधियों को रोकने में सफल होंगे।
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