“दिल्ली में खतरनाक स्तर पर प्रदूषण: AQI गंभीर श्रेणी में पहुंचा, सरकार ने उठाए कड़े कदम। स्कूल बंद, निर्माण कार्य पर रोक और बाहरी वाहनों पर प्रतिबंध। जानें प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार की नई योजनाएँ और अन्य राज्यों पर प्रभाव।”
अमेरिकी वैज्ञानिक ने जारी की सैटेलाइट तस्वीरें
नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक स्तर पर पहुँच रहा है। भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट तस्वीरें साझा कीं, जिसमें शहर के ऊपर घना धुंध साफ दिखाई दे रहा है। हीरेन, जो अमेरिका की मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एरोसोल रिमोट सेंसिंग साइंटिस्ट हैं, ने बताया कि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर श्रेणी में है। NASA ने भी उनकी तस्वीरें साझा की हैं।
दिल्ली में प्रदूषण के आंकड़े
गुरुवार को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में AQI 1,336 तक पहुँच गया, जो कि खतरनाक स्तर से भी काफी अधिक है। द्वारका सेक्टर 8 में AQI 1,051 और पंजाबी बाग में 740 से लेकर 980 तक दर्ज किया गया। राजधानी के 39 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 32 ने हवा को गंभीर श्रेणी में आंका है।
दिल्ली सरकार का निर्णय: प्राथमिक स्कूल बंद, बसों पर रोक
दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्राथमिक स्कूलों की सभी कक्षाओं को ऑनलाइन करने का आदेश दिया है। साथ ही, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने एनसीआर क्षेत्र में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों पर प्रतिबंध लगाया है। इस आदेश में इलेक्ट्रिक और CNG वाहनों को छूट दी गई है, जबकि BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहन प्रतिबंधित हैं।
निर्माण कार्यों पर रोक और अन्य उपाय
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली-एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़ के कार्यों पर भी रोक लगाई गई है। इसके अतिरिक्त, BS-3 डीजल वाहनों को छोड़कर सभी मीडियम गुड्स व्हीकल पर भी प्रतिबंध रहेगा। शहर की सड़कों की सफाई बढ़ाने और हैवी ट्रैफिक वाले रूट्स पर नियमित पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं। ये सभी उपाय 15 नवंबर सुबह 8 बजे से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत लागू किए गए हैं।
क्या है GRAP और इसकी चार श्रेणियाँ
दिल्ली के प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए GRAP को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसके तहत अलग-अलग स्तर पर कदम उठाए जाते हैं:
GRAP-1: खराब (AQI 201-300)
GRAP-2: बहुत खराब (AQI 301-400)
GRAP-3: गंभीर (AQI 401-450)
GRAP-4: बहुत गंभीर (AQI 450 से ऊपर)
भाजपा की प्रतिक्रिया और दिल्ली सरकार का रुख
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने घोषणा की थी कि GRAP-3 के तहत लगाए गए प्रतिबंध अभी लागू नहीं किए जाएंगे, लेकिन बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण सरकार को ये कदम उठाने पड़े। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे दिल्ली सरकार की निष्क्रियता बताया और कहा कि हालात दिल्ली के लोगों के लिए स्वास्थ्य संकट का कारण बन रहे हैं। वहीं, गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी में हरियाणा और उत्तर प्रदेश का 35% योगदान है।
अन्य राज्यों में भी प्रदूषण का असर
दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी प्रदूषण का असर दिखाई दे रहा है। 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश और पंजाब में घना कोहरा छाने का अनुमान है, जबकि हिमाचल प्रदेश में 18 नवंबर तक सुबह और रात के समय घना कोहरा रह सकता है।
सर्वे: दिल्ली के 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित
NDTV के अनुसार, लोकल सर्कल्स के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-एनसीआर में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं। 21,000 लोगों के सर्वे में 62% परिवारों ने किसी न किसी सदस्य की आँखों में जलन की शिकायत की है।
सारांश: दिल्ली में प्रदूषण के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली सरकार और केंद्रीय एजेंसियां विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रही हैं, लेकिन समाधान की ओर अभी भी लंबा रास्ता तय करना बाकी है।
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रिपोर्ट: मनोज शुक्ल