“उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्णय से चकबंदी विभाग में वर्षों से रुकी पदोन्नति प्रक्रिया पूरी हुई। 122 अधिकारियों को प्रमोशन मिला, जो कृषि और कृषकों के लिए लाभकारी होगा।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में चकबंदी विभाग में वर्षों से रुकी हुई पदोन्नति प्रक्रिया अब पूरी हो गई है। लंबे समय से इंतजार कर रहे अधिकारियों को पदोन्नति मिलने से विभागीय कार्यों में गति आएगी और कृषि प्रणाली में सुधार होगा। इस बार कुल 122 अधिकारियों को पदोन्नति मिली है, जिनमें सहायक चकबंदी अधिकारियों से लेकर वरिष्ठ पदों तक के अधिकारी शामिल हैं।
122 अधिकारियों को पदोन्नति, कृषि कार्यों में तेजी
इस पहल से चकबंदी विभाग के अधिकारियों के मनोबल में वृद्धि होगी, और विभागीय कार्यों में सुधार होगा। चकबंदी आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए शासन और निदेशालय स्तर पर विभागीय पदोन्नति समिति का गठन किया गया था, जिसने अधिकारियों की सेवा स्थिति का मूल्यांकन करके यह निर्णय लिया।
मुख्य पदों पर प्रमोशन:
5 चकबंदी अधिकारियों की शीर्ष पदों पर पदोन्नति: संयुक्त संचालक, उप संचालक और चकबंदी अधिकारी के पद पर प्रमोशन।
17 अधिकारियों को बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी पद पर पदोन्नति: 23 साल बाद 17 अधिकारियों को यह पद मिला।
26 वर्षों बाद सहायक चकबन्दी अधिकारियों की पदोन्नति: 55 सहायक चकबन्दी अधिकारियों को प्रमोशन, जिनमें 2 दिव्यांगजन भी शामिल हैं।
आशुलिपिकों को भी पदोन्नति: 42 आशुलिपिकों को उनके अग्रतर श्रेणी में पदोन्नति दी गई है।
कृषकों को होगा बड़ा लाभ
पदोन्नति प्रक्रिया के पूरा होने से चकबंदी विभाग के कार्यों में तेजी आएगी, जिससे कृषि भूमि के बेहतर प्रबंधन और उपयोग में मदद मिलेगी। यह कदम प्रदेश के किसानों के समग्र विकास में सहायक साबित होगा।
सीएम योगी का बड़ा कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस ऐतिहासिक निर्णय से चकबंदी विभाग में कार्यों की गति बढ़ेगी और कृषि क्षेत्र में सुधार होगा। इस कदम से न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि प्रदेश के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal