लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर कुलियों ने अपने अधिकारों और हितों के लिए बड़ा धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य रेलवे में समायोजन और अन्य महत्वपूर्ण मांगों को लेकर था। कुलियों ने अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई और सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की।
कुलियों की मांगें:
- सरकारी नौकरी की मांग: कुलियों ने 2008 की नीति के तहत रेलवे में समायोजन की मांग की, ताकि उन्हें स्थायी नौकरी मिल सके।
- ट्रॉली प्रथा का बंद होना: उन्होंने ट्रॉली प्रथा को तुरंत समाप्त करने की मांग की, जिससे उनकी कामकाजी स्थिति में सुधार हो सके।
- वृद्ध कुलियों के लिए पेंशन: प्रदर्शनकारियों ने वृद्ध कुलियों को पेंशन देने की मांग उठाई, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
- दुर्घटना बीमा लाभ: कुलियों ने यह भी मांग की कि उन्हें दुर्घटना बीमा लाभ प्रदान किया जाए, जिससे वे किसी भी अप्रत्याशित घटना के दौरान सुरक्षित रह सकें।
- प्रयागराज में मुकदमे वापस लेने की मांग: हाल ही में प्रयागराज में कुलियों पर लगाए गए मुकदमे वापस लेने की मांग भी की गई, जिससे उनके खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई समाप्त हो सके।
कुलियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया, तो वे देशभर में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और अपने काम को ठप कर देंगे। उन्होंने कहा कि यह उनकी अस्तित्व की लड़ाई है और वे अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
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कुलियों का यह प्रदर्शन उनकी कठिनाइयों और अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, ताकि कुलियों की मांगों को सुनकर उनके जीवन में सुधार किया जा सके। यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आगे का आंदोलन और भी बड़ा हो सकता है, जो सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर असर डाल सकता है।