रायबरेली। रायबरेली प्रयागराज फोरलेन पर आवारा जानवर अब आम जन के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। ऊंचाहार से आलापुर तक का NH फोरलेन मार्ग इन दिनों दर्जनों गोवंश और अन्य आवारा जानवरों की आवाजाही से बाधित हो रहा है। यह न केवल यातायात को प्रभावित कर रहा, बल्कि जानलेवा हादसों की वजह भी बनता जा रहा है।
स्थानीय लोगों और राहगीरों का कहना है कि एनएचएआई के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से यह संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। मार्ग पर गोवंश के बीच से गुजरना अब जोखिम भरा हो गया है। बीते दिनों दो कारों की आमने-सामने भिड़ंत में जल निगम के दो अवर अभियंता समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना सिर्फ इसीलिए हुई क्योंकि ड्राइवर ने आवारा पशु को बचाने की कोशिश की थी।
स्थानीय रिपोर्टर बीपी सिंह की लाइव ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार, आलापुर और ऊंचाहार के बीच 20 से अधिक आवारा जानवर प्रतिदिन सड़क पर घूमते रहते हैं। हाईवे पर तेज़ रफ्तार से गुजरते वाहनों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है।
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आवारा जानवरों से जुड़ी यह समस्या नई नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग जैसे अत्यधिक व्यस्त मार्गों पर सुरक्षा को लेकर एनएचएआई की उदासीनता अब सवालों के घेरे में है। न तो इनके लिए कोई बैरिकेडिंग की गई है, न ही इन्हें पकड़ने के लिए नगर पालिका या पशुपालन विभाग की कोई सक्रिय योजना नज़र आ रही है।
जनता का कहना है कि जब तक इन पशुओं के लिए स्थायी आश्रय और नियंत्रण व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक यह खतरा बना रहेगा। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक, हाईवे पर सफर करने वाले हर शख्स के लिए यह एक चुनौती बन चुकी है।
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