गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबदा में थाना ट्रोनिका सिटी इलाके में राशिद हत्या कांड का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में शातिर बदमाश गुलफाम व उसका साथ देने वाली शहनाज को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आला कत्ल लकड़ी का डण्डा, मृतक राशिद का मोबाइल फोन तथा आरोपी द्वारा घटना के समय पहने कपड़े जिस पर मृतक का खून लगा हुआ बरामद किया है।
डीसीपी ग्रामीण एसएन तिवारी ने बताया कि 17 सितम्बर को राशिद नामक एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी और शव को जंगल मे फेंक दिया था। जिसे बदरपुर गांव के बाहर सड़क किनारे हारून के धान के खेत से बरामद किया गया था। राशिद की पत्नी ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के खुलासे के लिए थाना स्तर से तीन टीमों का गठन किया गया था।
यह भी पढ़ें: डिप्टी सीएम ने मांगी 15 दिन में रिपोर्ट, जानें क्या है पूरा मामला
उन्होंने बताया कि थाना ट्रोनिका सिटी पुलिस टीम ने सर्विलांस टीम की मदद से 72 घण्टे में घटना का सफल अनावरण करते हुये घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी गुलफाम व सह-अभियुक्ता शहनाज को अखाड़ा मंदिर चौराहा के पास से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। गुलफाम की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल लकड़ी का डण्डा व मृतक राशिद का मोबाइल फोन तथा अभियुक्ता शहनाज की निशानदेही से घटना के समय अभियुक्त गुलफाम का लोवर व टी-शर्ट उसके घर के पीछे खाली पड़ी जगह गढ्ढे से बरामद किये गए, जिस पर मृतक का खून लगा हुआ।
गुलफाम ने पुलिस को बताया कि मुजफ्फरनगर से कवाल काण्ड के दंगे व मर्डर के केस में जेल गया था। 11 साल तक जेल में रहा था, जेल से 05अगस्त को छूटा था। जेल में मेरी मुलाकात बदरपुर गाजियाबाद में रहने वाले महताब से हुई थी। महताब भी तीन साल से जेल में बंद था। मेरी महताब से आपस में काफी घनिष्ठता हो गयी थी। महताब ने मुझे अपना मुंह बोला बेटा बना लिया था। महताब की पत्नी व अन्य घर वाले जब भी जेल में मिलाई करने के लिए आते थे तो मुझसे भी मिलाई करते थे। शहनाज व उसके पति महताब ने मेरी जेल से रिहा होने की जमानत करायी थी। मैं पिछले महीने मुजफ्फरनगर जेल से रिहा हुआ था और महताब के घर करीब एक माह तक रहा था। महताब व शहनाज ने मुझे अपने गांव सिखेडा भेज दिया था। महताब व शहनाज ने मुझको बताया था कि राशिद से हमारा मोबाईल फोन को लेकर विवाद हुआ था। इसी बात से नाराज होकर उसका बेटा 13सितम्बर को अपने घर से चला गया था और वापस नहीं आया है। राशिद हम लोगों को धमकी दे रहा है कि अगर मेरा बेटा वापस नहीं आया तो तुम्हें जेल भिजवा दूंगा। तब मैंने ने कहा था कि आप परेशान मत हो, मैं आ रहा हूं सारा इंतजाम हो जायेगा।
उसने पुलिस को बताया कि 16 सितम्बर को सिखेडा से ग्राम बदरपुर महताब के घर आ गया था। घर पर इन लोगों ने पूरी बात बताई थी कि अगर राशिद का लड़का नहीं मिला तो राशिद हम सबको जेल भिजवा देगा। इसलिए राशिद को रास्ते से हटाना ही हमारे लिए ठीक रहेगा। कुछ देर बाद करीब एक डेढ़ बजे के बीच मृतक राशिद अपने हाथ में डंडा लिये अपने बेटे की तलाश करता हुआ महताब के मकान के पीछे से निकलकर जा रहा था तो जावेद, गुलफाम, सुहैल ने मिलकर राशिद का मुंह भीचकर महताब के मकान के पीछे वाली जगह ले गये और राशिद से उसके डंडा छीनकर उसके मुँह व सिर पर जमकर मारपीट की गयी। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गयी।