संघ के एक वरिष्ठ नेता और विचारक मनमोहन वैद्य ने आज जयपुर में एक बयान देकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की हवा ही बदल दी. गौर करें तो बिहार में भी चुनाव के वक्त आरएसएस के बयान के बाद चुनाव की दिशा बदल गई थी. आज फिर इतिहास शायद उसी पल को दोहरा रहा है. बिहार में चुनाव के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने अपने एक साक्षात्कार में आरक्षण विरोधी बयान बिहार चुनाव को बदल कर रख दिया था.
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आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य ने कहा है कि आरक्षण अलगाववाद बढ़ाता है. आरक्षण खत्म हो और सबको समान शिक्षा और समान अवसर मिले. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद इस तरह का बयान देकर आरएसएस ने बीजेपी के पैर पर कुल्हाड़ी मार दी है. आपको बता दें कि बिहार चुनाव में मोहन भागवत के बयान को नीतीश कुमार ने बढ़-चढ़कर प्रचारित किया था. यही कारण था कि बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग को कोई फायदा नहीं हुआ. बिहार में बीजेपी बुरी तरह हारी. जिसका सीधा कारण मोहन भागवत का बयान था.
आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने यूपी चुनाव से ठीक पहले आरक्षण पर एक बड़ा बयान दिया है. मनमोहन वैद्य ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहा है कि आरक्षण का इतने सालों में कोई फायदा नहीं हुआ है. ऐसे में इस पर अब विचार करना चाहिए. सबको अब समान रूप से अधिकार मिलने चाहिए. वहीं लालू यादव ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आरक्षण किसी की खैरात नहीं है.