बहराइच। सय्यद सालार मसूद गाज़ी की दरगाह पर बैरिकेडिंग को लेकर जिले में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर “जेष्ठ मेला” का आयोजन नहीं होगा। इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दरगाह जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हर साल लगने वाले इस ऐतिहासिक मेले में पूर्वांचल और उत्तर भारत के कई जिलों से लाखों जायरीन आते थे। इस बार 15 मई से शुरू होने वाला मेला प्रशासनिक अनुमति के अभाव में रद्द कर दिया गया है। संभल की हिंसा और अन्य संवेदनशील घटनाओं को आधार बनाकर खुफिया विभाग ने स्थानीय प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके आधार पर मेला निरस्त किया गया।

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
सालार मसूद दरगाह बैरिकेडिंग के तहत जिले के प्रवेश मार्गों, दरगाह के मुख्य रास्तों और शहरी क्षेत्रों में नाकेबंदी की गई है। बहराइच के अलावा श्रावस्ती, बाराबंकी, गोंडा, बलरामपुर सहित कई जिलों में पुलिस बल को सतर्क कर दिया गया है। हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी ली जा रही है।
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अपर पुलिस अधीक्षक नगर और नगर क्षेत्राधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे हैं और व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय से आदेश के बाद दरगाह क्षेत्र को अस्थायी पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
कोर्ट में याचिका, फैसला 14 मई को
दरगाह कमेटी ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ में याचिका संख्या 4426/2025 दायर की है। कमेटी अध्यक्ष बकाउल्लाह खान ने कहा कि यदि कोर्ट का निर्णय पक्ष में आता है, तो भी वे राष्ट्रहित को प्राथमिकता देंगे। कोर्ट ने राज्य सरकार और जिलाधिकारी से करीब दर्जनभर बिंदुओं पर जवाब मांगा है।
बकाउल्लाह खान के अनुसार, 1375 ईस्वी में फिरोजशाह तुगलक द्वारा निर्मित इस दरगाह में हर वर्ष तीन प्रमुख आयोजन होते हैं। इनमें सबसे बड़ा जेष्ठ मेला है, जिसमें लाखों लोग शिरकत करते हैं। दरगाह कमेटी ने जिला प्रशासन को विस्तृत पत्र भेजकर सहयोग मांगा था, लेकिन अन्य जिलों में हुई घटनाओं के मद्देनज़र अनुमति नहीं दी गई।

श्रद्धालुओं में मायूसी
मेले में DJ, बसों और निजी वाहनों से बरात लेकर आने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार प्रतिबंध के कारण श्रद्धालुओं में निराशा है। कमेटी का कहना है कि वे शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और कोर्ट के निर्देश का पालन करेंगे।
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सारांश तालिका: मुख्य सुरक्षा कदम
| कदम | विवरण |
|---|---|
| बैरिकेडिंग | बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी जैसे जिलों में मुख्य मार्ग बंद |
| पुलिस तैनाती | दरगाह और शहर के प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात |
| नाकेबंदी और तलाशी | हर गाड़ी और व्यक्ति की चेकिंग |
| कोर्ट में मामला लंबित | 14 मई को हाईकोर्ट में सुनवाई |
| प्रशासनिक कड़ी नजर | उच्च अधिकारी खुद निगरानी कर रहे हैं |
निष्कर्ष
सालार मसूद दरगाह बैरिकेडिंग और मेले पर प्रतिबंध के पीछे मुख्य उद्देश्य शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आता, तब तक मेला स्थगित रहेगा और प्रशासन पूरी सतर्कता बरतेगा।
– विश्ववर्ता ब्यूरो, बहराइच
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