संभल हिंसा: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद, शासन द्वारा गठित न्यायिक दल ने रविवार को कमिश्नर, डीआईजी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर उपद्रव के स्थल और जामा मस्जिद का निरीक्षण किया। करीब दो घंटे तक टीम ने नगर के विभिन्न स्थानों का दौरा किया और घटनास्थल से संबंधित जानकारी एकत्र की।
कमिश्नर आंजनेय सिंह ने रविवार को शहर में हालात सामान्य होने की जानकारी दी और बताया कि अब नगर में शांति बहाल है। भविष्य में शांति बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के आने पर पाबंदी लगाई गई है। उन्होंने अपील की कि शांति बहाल होने के बाद ही लोग शहर में आएं।
सिंह ने बताया कि जिन लोगों को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था, उन्हें न्यायालय भेज दिया गया है। यदि आवश्यक हुआ तो उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जांच बिना साक्ष्य के कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, क्योंकि कुछ लोग रंजिशन नाम बता रहे हैं, जो पूरी तरह से जांच के बाद ही सटीकता से तय किया जाएगा।
इस बीच, शासन द्वारा गठित न्यायिक दल ने रविवार को कमिश्नर डीआईजी व अन्य अधिकारियों के साथ नगर के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। दल ने जामा मस्जिद और उस स्थान का भी जायजा लिया, जहां 24 नवंबर को बवाल हुआ था। टीम ने करीब दो घंटे तक क्षेत्र का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से जानकारी ली।
कमिश्नर ने बताया कि घटना की जांच के लिए उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश डीके अरोड़ा की अध्यक्षता में गठित दो सदस्यीय दल ने इलाके का दौरा किया। दल ने जामा मस्जिद के आस-पास के रास्तों और हिंदूपुरा खेड़ा में आगजनी के घटनास्थल का भी निरीक्षण किया।
आरोपियों की पहचान के लिए तेजी से काम किया जा रहा है और पूरी कोशिश है कि बवाल के पीछे के साजिशकर्ताओं को भी पकड़ा जाए। गिरफ्तारी केवल साक्ष्यों और पहचान के आधार पर की जाएगी।