झांसी। उत्तर प्रदेश राज्यपाल राम नाईक ने हर वर्ष प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय को चांसलर अवार्ड दिये जाने की घोषणा की है। श्रेष्ठ विश्वविद्यालय का चयन करने हेतु एक कमेटी का गठन किया जायेगा। इसके तहत ग्यारह लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार में दी जायेगी।
राज्यपाल शनिवार को झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित कुलपति सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे। राज्यपाल ने कुलपतिगणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में सम्पन्न हो रही चयन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। शिक्षा की उत्तरोत्तर गुणवत्ता के लिए कुलपति सम्मेलन में लिए गये निर्णयों का अनुपालन पूरी गम्भीरता के साथ सुनिश्चित किया जाए। शैक्षिक सत्र पूर्ण करते हुए परीक्षाओं के समापन के बाद परीक्षा परिणाम समय से घोषित किये जाएं।
उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार के आरोप में एक कुलपति एवं एक कुलसचिव को निलम्बित किया गया है, जिसकी जांच चल रही है। श्री नाईक ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर कुलाधिपति की अनुमोदित फोटो एवं बायोडाटा को अभी तक अद्यतन संशोधित नही किया गया है। इसके अलावा कुछ विश्वविद्यालयों द्वारा राजभवन से सन्दर्भित पत्रों के ससमय निस्तारण हेतु विश्वविद्यालय स्तर पर नोडल अधिकारी भी नामित नही किया गया है। कुलपतिगण द्वारा विद्यार्थियों, विश्वविद्यालय कर्मियों तथा जनमानस की समस्याओं के निराकरण हेतु समय-दिवसों का निर्धारण का अनुपालन सुनिश्चित नही किया जा रहा है। सारी प्रक्रिया को पारदर्शी से पूर्ण की जाएं अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी।