लखनऊ। चाचा-भतीजे ने तल्खियां दूर होने का संदेश जरुर दिया लेकिन चाचा शिवपाल सिंह यादव का दर्द आज उनके भाषण में उतर आया और उन्होंने साफ किया कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं।
शिवपाल ने सपा के रजत जयंती समारोह में भावुक होते हुए कहा, ‘‘मैं अखिलेश यादव जी और पूरे समाजवादियों से कहना चाहता हूं कि कितना हमसे त्याग लोगे, कितना त्याग लेना चाहोगे। यहां तक कि अगर खून मांगोगे तो खून भी दे देंगे। मुख्यमंत्री मुझे नहीं बनना है।”
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मुझे मुख्यमंत्री कभी नहीं बनना है। मैंने चार साल बहुत सहयोग किया है। लगातार सहयोग किया है। कितना भी मेरा अपमान कर लें, कितनी बार भी मुझे बर्खास्त कर लेना लेकिन मैं जानता हूं कि मैंने अच्छा काम किया है।
मैंने पार्टी के लिए संघर्ष किया है, जोखिम लिया है।” सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने कहा कि पार्टी में कुछ घुसपैठिये आ गये हैं मगर नेताजी मुलायम सिंह यादव का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। पार्टी में अब भी बहुत लोग उपेक्षित हैं। चापलूस सरकार का मजा ले रहे हैं।
समारोह की शुरुआत में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जब चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश का हाथ पकडकर मिलाने की कोशिश की तो अखिलेश ने झुक कर झट चाचा के पैर छू लिये।पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौडा ने भी शिवपाल और अखिलेश के हाथ विजयी मुद्रा में उठवाकर लोगों का अभिवादन किया।