लखीमपुर खीरी के निघासन क्षेत्र में बुधवार सुबह तेज आंधी ने भारी तबाही मचाई। निघासन आंधी हादसा इतना भयावह था कि मझगईं थाना क्षेत्र के छेदुई पतिया गांव में एक मकान की दीवार गिरने से पिता और उसकी 10 वर्षीय पुत्री की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि परिवार के तीन अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना सुबह करीब छह बजे की है जब छेदुई पतिया गांव निवासी रक्षपाल सिंह (45) अपने परिवार के साथ पतिया फार्म स्थित मकान में रह रहे थे। आंधी के चलते मकान की पुरानी दीवार छप्पर सहित भरभराकर गिर गई और परिवार के सभी सदस्य मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए मलबा हटाकर घायलों को निकाला और निघासन सीएचसी पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने रक्षपाल सिंह और उनकी बेटी रमनदीप कौर को मृत घोषित कर दिया।
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हादसे में घायल रक्षपाल की दो पत्नियाँ सर्वजीत कौर (40) और सीता कौर (38), तथा बेटा गुरप्रीत सिंह (13) को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया। पूरे गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक परिवार बहुत ही मेहनतकश और शांत स्वभाव का था। ग्राम प्रधान इकराम ने प्रशासन से मुआवजे और त्वरित राहत की मांग की है।
घटना की सूचना पर एसडीएम राजीव निगम ने मौके का दौरा किया और आपदा राहत कोष से हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने राजस्व टीम को पूरे क्षेत्र का सर्वे कर नुकसान की रिपोर्ट जल्द देने के निर्देश दिए।

इस आंधी का असर केवल छेदुई पतिया तक सीमित नहीं रहा। निघासन क्षेत्र की ग्राम पंचायत बौधिया कला में पेड़ गिरने से नरेंद्र कुमार उर्फ बुधई घायल हो गए। वहीं रकेहटी गांव में बने आरआरसी सेंटर की टिन की छत उड़ गई और मेला मैदान की अस्थाई गोशाला का शेड क्षतिग्रस्त हो गया।
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। मंगलवार को भी तेज हवाओं और बारिश ने जिले के कई हिस्सों में असर दिखाया था। बुधवार की इस आपदा ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। विभाग ने 26 मई तक यलो अलर्ट जारी करते हुए तेज हवा, बिजली गिरने और बारिश की संभावना जताई है।
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