2017 में हुई SSC परीक्षा मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई. सभी पक्षों की बात सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “2017 की SSC परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से परीक्षा करवाना बेहतर होगा.’ कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए इस पर जवाब मांगा है. कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि वह इस पूरे मामले की एक रिपोर्ट तैयार करे कि गलती कहां और किससे हुई है.
सुप्रीम कोर्ट ने रिजल्ट जारी करने पर लगाई थी रोक
बता दें कि इसी साल अगस्त महीने में कड़ा कदम उठाते सुप्रीम कोर्ट ने एसएससी संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा 2017 (SSC CGL) और एसएससी संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर परीक्षा, 2017 (SSC Combined Senior Secondary Level Exams 2017) का रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी थी. शीर्ष अदालत ने कहा था, पहली नजर में पूरी एसएससी परीक्षा प्रक्रिया और परीक्षा में गड़बड़ी नजर आ रही है.
सात दिन तक चला था प्रदर्शन
आपको बता दें कि इसी साल परीक्षा देने वाले हजारों परीक्षार्थियों ने एसएससी एग्जाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच कराने की मांग की थी. परीक्षार्थियों की मांग थी कि 17 से 22 फरवरी 2018 के बीच हुए सभी पेपर की सीबीआई से जांच हो. सात दिन तक चले परीक्षार्थियों के प्रदर्शन के बाद मार्च में केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच की मांग को मान लिया था. सीबीआई ने अपनी जांच के आधार पर मई में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उनमें 10 कर्मचारी सिफी टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के भी थे. जांच में सिफी टेक्नोलॉजी का भी पेपर लीक मामले से संबंध सामने आया था.
परीक्षा से 20 मिनट पहले ही वायरल हो गया प्रश्नपत्र
सीबीआई ने जांच में पाया था कि एसएससी की सीजीएल टियर-2 की परीक्षा 17 फरवरी 2018 से 22 फरवरी 2018 के बीच दो बैच में होनी थी. पहले बैच की परीक्षा का समय सुबह 10:30 बजे और दूसरे बैच की परीक्षा का समय दोपहर 2:30 बजे से था. 21 फरवरी 2018 को परीक्षा के लिए चेन्नई स्थित सिफी टेक्नोलॉजी के हेडक्वाटर ने मुंबई स्थिति डाटा सेंटर से सुबह 9:30 बजे से सुबह 10 बजे के बीच सभी प्रश्न पत्रों को सभी परीक्षा सेंटर के सिस्टम में अपलोड कर दिया