कुशीनगर, 7 मई। टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कुशीनगर जिले के हाटा विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत अहिरौली राजा में एक दिवसीय निःशुल्क टीबी जाँच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर टीबी यूनिट टेकुआटार और C-19 कार्यक्रम के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ, जिसमें टीबी मुक्त भारत अभियान की भावना को आगे बढ़ाते हुए कुल 89 ग्रामीणों का एक्सरे किया गया।
शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि आतिफ लारी और ग्राम प्रधान अजय जायसवाल द्वारा फीता काटकर किया गया। स्वास्थ्य शिविर में आए 89 ग्रामीणों का रजिस्ट्रेशन कर सीने का एक्सरे किया गया, जिसकी निगरानी C-19 टीम के अवनीश प्रताप ने की। इनमें से 6 व्यक्तियों में एक्सरे में टीबी के लक्षण पाए गए, जबकि 20 संभावित मरीजों के बलगम सैंपल एकत्र कर उन्हें माइक्रोस्कोपी और सिबिनाट जांच के लिए भेजा गया।
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कम्युनिटी लेवल पर जागरूकता और इलाज का प्रयास
इस स्वास्थ्य शिविर में एसटीएलएस निशान्त मिश्र और एसटीएस इसरार अली द्वारा संभावित रोगियों की काउंसलिंग की गई, जिससे वे आगे की जांच और उपचार के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकें। वहीं, सीएचओ ज्योति पाल और स्टाफ नर्स शिखा द्वारा रोगियों की शुगर, बीपी जांच की गई और आवश्यक दवाएं दी गईं।
इस शिविर में बीएचडब्ल्यू धर्मेंद्र गोंड, संगिनी सुमन, आशा कार्यकर्ता मीना देवी, गीता देवी, अमरावती देवी, योगेश जायसवाल, गौतम कुमार सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे। ग्रामवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि गांव स्तर पर इस तरह की स्वास्थ्य सेवाएं मिलना एक बड़ी सुविधा है।
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ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता से बढ़ेगी टीबी नियंत्रण की गति
स्वास्थ्य विभाग का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी मुक्त भारत अभियान को धरातल पर लाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। इससे न सिर्फ संभावित रोगियों की पहचान समय रहते हो रही है, बल्कि जागरूकता भी फैल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस प्रकार के शिविर नियमित रूप से आयोजित होते रहें तो टीबी जैसे संक्रामक रोग पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।