लखनऊ। प्रदेश के आगामी आम चुनाव में महागठबंधन की कवायद चल रही है वहीं वामपंथियों ने भी एकजुट होकर नारा बुलंद कर दिया है। बुधवार को छह कम्युनिस्ट पाटियों ने एक मंच से प्रदेश के मतदाताआं से ‘विकल्प’ चुनने की साझा अपील की।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता क्रमश: सीताराम येचुरी और डी राजा ने यहां वाम दलों की विशाल रैली में कहा कि अलगाववाद, सांप्रदायिकता और गरीब, मजदूर, किसान, दलित और अल्पसंख्यक पर अत्याचार का जो सिलसिला चल रहा है, उससे मुक्ति चाहिए। विकल्प तो है लेकिन विकल्प को अमली जामा पहनाने के लिए जनता की ताकत चाहिए।
वाम नेताओं ने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों की एकता की एक नयी लहर की शुरूआत है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से सभी वामपंथी दलों ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में मिलकर जनता के बीच जाने का फैसला किया और तय किया कि वैकल्पिक रास्ता अपनाना है।
रैली में माकपा और भाकपा के अलावा ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक, भाकपा-माले, आरएसपी और एसयूसीआई-कम्युनिस्ट के नेताओं ने भी हिस्सा लिया। दोनों लीडरों ने कहा कि छह वाम दलों ने आज की रैली के जरिए राज्य की जनता को संदेश दिया है कि इससे उत्तर प्रदेश और देश को नयी राजनीतिक दिशा मिलेगी।
येचुरी ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सांप्रदायिकता भड़का रहे हैं। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए वह देश की एकता और अखंडता के साथ समझौता कर रहे हैं।