कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को राहुल गांधी द्वारा छोड़ी गई वायनाड लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। यह गांधी परिवार का पहला सदस्य है, जो अपनी चुनावी पारी की शुरुआत यूपी के बाहर से कर रहा है। प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगी, और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी औपचारिक घोषणा की है।
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प्रियंका ने इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए अपनी सहमति दी है और कहा है कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है। पार्टी में उत्साह है कि प्रियंका सदन में महिलाओं की आवाज उठाएंगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, लेकिन सियासी प्रभाव में कमी आई है।
गांधी परिवार के ज्यादातर सदस्य उत्तर प्रदेश से राजनीतिक करियर की शुरुआत करते हैं। प्रियंका भी इसी लाइन में रहीं हैं, लेकिन अब वे वायनाड से अपने करियर की नई शुरुआत कर रही हैं। यूपी में रहकर, उन्होंने अपने पूर्वजों के कार्यों को याद किया और जनता से जुड़ने की कोशिश की।
सियासी जानकारों का मानना है कि प्रियंका का वायनाड से चुनाव लड़ना उनके लिए एक नई चुनौती है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रियंका ने कभी भी खुद को यूपी से अलग नहीं किया है। इसके अलावा, संगठन महासचिव अनिल यादव ने कहा कि प्रियंका के सदन में पहुंचने से महिलाओं की आवाज मजबूती से सुनी जाएगी।
प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की कई घटनाओं पर लगातार विरोध जताया है। अब, वायनाड से चुनाव लड़ने के बाद, उन्हें उम्मीद है कि वे इस विरोध को संसद में मजबूती से उठाने में सफल होंगी।