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केन्द्रीय मंत्री पियूष गोएल के साथ मौजूद मंत्री नन्द गोपाल नन्दी व अन्य

उत्तर प्रदेश है देश का पाँचवा प्रमुख निर्यातक राज्य:नन्दी

5850 करोड़ रूपये की लागत से कानपुर में बन रहा मेगा लेदर पार्क, 50 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार

लखनऊ। देश में निर्यात को बढ़ावा देने, कारोबार को आसान बनाने, निर्यात से जुड़े मामलों पर चर्चा करने एवं केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए मुंबई के होटल वेस्टिन में आयोजित व्यापार बोर्ड की बैठक में सम्मिलित हुए। जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने की।

मंत्री नन्दी ने व्यापार बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहे औद्योगिक विकास एवं निर्यात की प्रगति से केंद्र सरकार को अवगत कराया। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी वाला राज्य बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की। देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था की मजबूती में निर्यात की बेहद महत्वपूर्ण व अग्रणी भूमिका होती है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। प्रदेश में उद्योगों के लिए पर्याप्त मात्रा में रॉ मैटेरियल, मानव संसाधन, खपत के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है।

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मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछले सात वर्षों में निर्यात के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। जहाँ वित्तीय वर्ष 2017-18 में उत्तर प्रदेश का निर्यात 88 हजार करोड़ था, वहीँ वित्तीय वर्ष 2023-24 में बढ़कर 1 लाख 70 हजार करोड़ हो गया है। निर्यात में यह वृद्धि अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक है। हमारी सरकार ने प्रदेश के निर्यात को वर्ष 2030 तक 3 लाख करोड़ करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम ठोस रणनीति एवं प्रभावी के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट हब बनकर उभरा है और देश का पाँचवा प्रमुख निर्यातक राज्य है। एजुकेशन सेक्टर, सर्विस सेक्टर, हेल्थ सेक्टर के प्रतिष्ठित स्टेक होल्डर्स से संवाद कर एवं उनके बहुमूल्य सुझाव के साथ प्रभावशाली एवं समग्र विकास को सुनिश्चित करने वाली निर्यात नीति बनाई गई है।

उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट, रेलवे, एक्सप्रेसवे और वाटरवे नेटवर्क के अभूतपूर्व विकास से निर्यात की सम्भावनाओं में व्यापक वृद्धि हुई है। जहाँ 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में केवल 2 एयरपोर्ट संचालित थे। वहीं आज 9 एयरपोर्ट संचालित हैं, 8 लगभग बनकर तैयार हो रहे हैं और 4 नये एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश को 21 एयरपोर्ट के साथ 5 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य होने का सौभाग्य प्राप्त होने जा रहा है।

इसके साथ ही देश के कुल एक्सप्रेसवे का 37.7 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में स्थित है। वर्ष 2025 के आरम्भ में गंगा एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से देश के कुल एक्सप्रेसवे का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा अकेले उत्तर प्रदेश में हो जायेगा। उत्तर प्रदेश अन्तर्देशीय जलमार्ग परियोजना के अन्तर्गत प्रयागराज से हल्दिया तक वाटरवे का उद्घाटन करने वाला देश का अग्रणी राज्य बन गया है।

मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब योजना के अंतर्गत प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला निर्यात प्रोत्साहन समिति का गठन किया गया है एवं इनकी नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं। सभी 75 जनपदों हेतु डिस्टिक एक्सपोर्ट एक्शन प्लान तैयार किये जा चुके हैं। इन्हे डिस्टिक एक्सपोर्ट प्रोमोशन कमेटी से अप्रूव कराकर भारत सरकार को उपलब्ध कराया गया है।

हमारी सरकार द्वारा संचालित समस्त निर्यात प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत निर्यातकों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। आवेदन से लेकर भुगतान तक की समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन, पारदर्शी एवं समयबद्ध है। भारत सरकार की टाईज योजना के अन्तर्गत राजधानी लखनऊ में 20.17 करोड़ रूपये की लागत से ट्रेड प्रोमोशन सेन्टर एवं 28.59 करोड़ रूपये की लागत से इन्टीग्रेटेड पैक हाउस तथा प्रोसेसिंग फैसिलिटी ‘‘सरदार बल्लभ भाई निर्यात सुविधा केन्द्र’’ की स्थापना प्रक्रियाधीन है।

5850 करोड़ रूपये की लागत से कानपुर में मेगा लेदर पार्क का काम तेजी से चल रहा है। जिससे लेदर एक्सपोर्ट को बूस्ट मिलने के साथ ही लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। हमने ईज ऑफ़ डूइंग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेगुलेटरी बर्डेन्स को कम करने के साथ ही ट्रांस्परेंसी सुनिश्चित की है। इन्ही सुधारों एवं प्रयासों का परिणाम है कि जहाँ वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश से 202 देशों को निर्यात किया जा रहा था। वर्तमान में 215 से अधिक देशों को 163 से अधिक उत्पादों का निर्यात हो रहा है। जिनमें मुख्य रूप से यूएसए, यूके, जर्मनी फ्रांस, नीदरलैंड, इटली शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश के निर्यात को बढ़ावा देने एवं स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इंटरनेशनल ट्रेड शो 2023 का आयोजन किया गया। ट्रेड शो के इस पहले संस्करण में में 3 लाख फुटफॉल के साथ ही 70 हजार से अधिक बायर्स ने प्रतिभाग किया। हमारी सरकार ने इस आयोजन की सफलता को देखते हुये प्रतिवर्ष आयोजित कराये जाने का निर्णय लिया। इसी माह में 25 से 29 सितम्बर के बीच यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का दूसरा संस्करण प्रस्तावित है।

उत्तर प्रदेश के एक्सपोर्ट सेक्टर को एक नई ऊँचाई देने के लिए संकल्पित है। प्रधानमंत्री के रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के सिद्धांत पर चलते हुए नए भारत का नया उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के नेतृत्व में फाईव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना सर्वोत्तम योगदान देने हेतु पूर्णतः प्रतिबद्ध है।

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