नई बसें और कर्मियों की स्वच्छ छवि पर जोर
अमेठी, उत्तर प्रदेश:उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कुम्भ मेला के दौरान यात्रियों के लिए नई बसों की व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह ने प्रदेश के सभी 20 परिवहन क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की, जिसमें कुम्भ मेला ड्यूटी के लिए बसों की मेंटेनेंस और कर्मियों की चयन प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई।
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मुख्य निर्देश और तैयारियाँ
अपर प्रबंध निदेशक ने इस मीटिंग में स्पष्ट निर्देश दिए कि कुम्भ मेला के दौरान केवल स्वच्छ छवि वाले अधिकारी और कर्मचारी ही ड्यूटी पर भेजे जाएं। इसके साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि सभी बसों को ठीक कराकर कुम्भ मेले के दौरान सड़कों पर उतारा जाए। इसके अलावा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 क्षेत्रों से लगभग 300 अधिकारियों और रोडवेज कर्मियों की ड्यूटी कुम्भ मेला के लिए निर्धारित की जा रही है।
बसों की मेंटेनेंस और ड्यूटी संबंधी निर्देश
कुम्भ मेला ड्यूटी के लिए खराब एसी बसों को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। वर्चुअल मीटिंग के दौरान, देवीपाटन क्षेत्र के आर एम को फटकार लगाते हुए अपर प्रबंध निदेशक ने सभी आर एम और ए आर एम को अपने क्षेत्र के सभी कामों को समय पर ठीक करने की चेतावनी दी। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही करेगा, तो उसे मुख्यालय से सम्बद्ध कर लिया जाएगा और निगम आउटसोर्सिंग के ए आर एम से काम लेगा।
इसके साथ ही, जिन अधिकारियों की आयु 50 वर्ष से अधिक होगी और वे लापरवाही दिखाएंगे, उन्हें बी आर एस (बीसरा रिटायरमेंट स्कीम) देने की चेतावनी दी गई।
कुम्भ मेले के लिए विशेष निर्देश
अपर प्रबंध निदेशक ने कुम्भ मेला ड्यूटी के लिए महिला कर्मचारियों की नियुक्ति और उनके कार्यों की सख्त समीक्षा करने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा, सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की काउंसलिंग कुम्भ मेले में ड्यूटी पर भेजने से पहले अनिवार्य रूप से की जाएगी।
बरेली और आगरा मंडल से भेजे जाएंगे अकाउंटेंट्स
अपर प्रबंध निदेशक ने बताया कि कुम्भ मेले के लिए बरेली और आगरा मंडल से कुल 9 एकाउंटेंट भेजे जाएंगे। इनकी जिम्मेदारी होगी मेला स्थल पर होने वाले लेन-देन और वित्तीय व्यवस्थाओं की निगरानी करना।
ए आर एम की समीक्षा बैठक
वर्चुअल मीटिंग के बाद ए आर एम काशी प्रसाद ने अमेठी डिपो के स्टेशन अधीक्षक सुशीला और फोरमैन के साथ बैठक की और डिपो की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। बैठक में यह जानकारी सामने आई कि पिछले वर्ष एक नवम्बर से 17 नवम्बर तक डिपो का लोड फैक्टर 56% था, जबकि इस वर्ष उसी अवधि में लोड फैक्टर 61% रहा। हालांकि, सोमवार को लोड फैक्टर 78% तक पहुंचा, लेकिन डिपो में किसी भी नई बस की उपलब्धता नहीं थी, जो कि यात्रियों के लिए एक चुनौती हो सकती है।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कुम्भ मेला के लिए पूरी तरह तैयार है और ड्यूटी में शामिल होने वाले कर्मियों के चयन से लेकर बसों की मेंटेनेंस तक सभी प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा दी जा रही सख्त हिदायतें और सक्रिय निगरानी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कुम्भ मेला के दौरान यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को सर्वोत्तम सेवा मिले।