“महाकुंभ में जय गुरुदेव संगत ने शाकाहारी फेरी निकालकर शाकाहार अपनाने का संदेश दिया। वहीं, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने पूर्वोत्तर के संतों के शिविर का उद्घाटन किया, जिसमें बड़ी संख्या में संतों और कलाकारों ने भाग लिया।”
प्रयागराज, महाकुंभ नगर। प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन केवल धार्मिक आस्था का केंद्र ही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक संदेशों के प्रसार का भी प्रमुख माध्यम बन रहा है। स्नान पर्व शुरू होने से पहले, जय गुरुदेव संगत प्रेमियों ने महाकुंभ नगर क्षेत्र में शाकाहारी फेरी का आयोजन किया।
संगत प्रेमियों ने ‘बाबा जी का कहना है, शाकाहारी रहना है’ जैसे नारे लगाते हुए श्रद्धालुओं से शाकाहार अपनाने और मांसाहार त्यागने की अपील की। इस अभियान में बड़ी संख्या में संगत प्रेमियों ने भाग लिया। श्रद्धालुओं ने भी हाथ उठाकर शाकाहारी संदेश का समर्थन किया।
जय गुरुदेव संगत प्रेमियों ने कहा कि शाकाहार मानवता के कल्याण, बीमारियों से बचाव और पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस अभियान में प्रोफेसर ओ. पी. गर्ग समेत कई प्रमुख लोग शामिल हुए।
पूर्वोत्तर के संतों का शिविर और उद्घाटन
महाकुंभ मेला परिसर में पहली बार पूर्वोत्तर भारत के संतों के लिए एक विशेष शिविर, प्राग ज्योतिषपुर, स्थापित किया गया है। रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने इस शिविर का उद्घाटन किया।
इस मौके पर योगाश्रम बिहलांगिनी असम के महामंडलेश्वर स्वामी श्री केशव दास जी महाराज, विहिप के संरक्षक दिनेश चंद्र, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
महामंडलेश्वर स्वामी श्री केशव दास जी महाराज ने कहा कि यह पहली बार है जब पूर्वोत्तर के संत और कलाकार इतनी बड़ी संख्या में महाकुंभ में हिस्सा ले रहे हैं। मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने इसे पूर्वोत्तर की संस्कृति और परंपरा का सम्मान बताते हुए इस भागीदारी की सराहना की।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल