नई दिल्ली। स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव की अध्यक्षता में रविवार को किसानों ने सुप्रीम कोर्ट से कृषि भवन तक “नीयत की नपाई” पैदल मार्च निकाला। योगेंद्र यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया, लेकिन बाद में छोड़ दिया।
योगेंद्र यादव के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के हक में तमाम फैसले दिए हैं बावजूद इसके केंद्र सरकार ने जमीनी स्तर पर इसे लागू नहीं किया है परिणाम स्वरूप अन्न उपजाने वाला किसान भूख से मर रहा है। सरकार को नींद से जगाने के लिए जय किसान आंदोलन के तहत यह मार्च निकाला गया।
रविवार को इस मार्च के कृषि भवन भवन तक पहुंचने से पहले ही दोपहर एक बजे दिल्ली पुलिस योगेंद्र यादव समेत सभी किसानों को हिरासत में ले कर संसद मार्ग थाने ले गई। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। इसके बाद यादव ने जाकर जंतर-मंतर पर अपना प्रदर्शन जारी रखा।
इस पूरी घटना पर किसानों ने कहा, “हम सरकार की नीयत की नपाई कर रहे थे, शांतिपूर्ण ढंग से, सुप्रीम कोर्ट से कृषि भवन की दूरी नाप के। पुलिस ने हिरासत में ले लिया। नीयत का पता चल गया। ”