“योगी आदित्यनाथ सरकार ने ‘मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना’ लॉन्च की है, जो प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देगी। इस योजना से गौ पालकों को आर्थिक सशक्तिकरण मिलेगा और 10 देशी गायों की क्षमता वाली हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना की जाएगी।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और गौ पालकों को आर्थिक सशक्त बनाने के लिए “मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना” लॉन्च की है। इस योजना के तहत, सरकार 10 देशी गायों की क्षमता वाली हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना करेगी, जिससे प्रदेश में दुग्ध उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा। इसके लिए सरकार 1015 लाख रुपये खर्च करेगी
दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भरता का प्रयास
उत्तर प्रदेश, 2022-23 में 2.57 करोड़ टन दूध के उत्पादन के साथ देश का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक राज्य है, लेकिन प्रति पशु दुग्ध उत्पादन के मामले में यह राष्ट्रीय औसत से पीछे है। भारत में प्रति गाय औसतन 6.5 लीटर दूध उत्पादन होता है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह मात्र 3.78 लीटर है। इस कमी को ध्यान में रखते हुए, योगी सरकार ने “मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना” की शुरुआत की है।
योजना के प्रमुख तथ्य:
उच्च गुणवत्ता वाली नस्लें: योजना के तहत गिर, थारपारकर और साहीवाल जैसी गायों का चयन किया जाएगा। गिर गायें प्रति दिन औसतन 10-15 लीटर दूध दे सकती हैं।
आधुनिक डेयरी इकाइयाँ: हर डेयरी इकाई की स्थापना में लगभग 23.60 लाख रुपये का खर्च आएगा, जिसमें सरकार और लाभार्थी दोनों का योगदान होगा।
संरचना का निर्माण: कैटल शेड और अन्य आधारभूत संरचनाओं का निर्माण आधुनिक तकनीक से किया जाएगा, जिसमें पफ पैनल का उपयोग किया जाएगा।
सामग्री और प्रबंधन प्रशिक्षण: गौ पालकों को आधुनिक प्रबंधन तकनीकों के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आर्थिक सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास
योजना का एक मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को सीधे लाभ होगा। उत्तर प्रदेश में 20 लाख से अधिक गौ पालक हैं।
बजट आवंटन: सरकार ने योजना के लिए 1015 लाख रुपये का बजट आवंटित किया है।
प्रत्यक्ष लाभ: योजना के तहत चयनित किसानों को सीधे सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता मिलेगी।
नवीनतम तकनीक का उपयोग: किसानों को आधुनिक उपकरण और तकनीक उपलब्ध कराई जाएगी।
योजना का व्यापक प्रभाव
योगी सरकार की यह योजना न केवल दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए है, बल्कि इसका उद्देश्य ग्रामीण समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी है।
ग्रामीण रोजगार: डेयरी उद्योग में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भरता: यह योजना उत्तर प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
गुणवत्ता में सुधार: उच्च गुणवत्ता वाली देशी नस्लों की गायों के चयन से दूध की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
“मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना” उत्तर प्रदेश के ग्रामीण समुदायों के लिए एक नई आशा की किरण है। यह योजना न केवल दुग्ध उत्पादन में सुधार लाएगी, बल्कि किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।”
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