लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूपी विधानसभा के बाकी बचे चरणों के चुनाव में जिन जिलों में रैली करें तो उस जिले के लिए किए गए विकास कार्यों की जानकारी जनता को दें।
इससे प्रदेश की जनता को यह तय करने में आसानी होगी कि भाजपा और सपा सरकार ने प्रदेश में कौन-कौन से विकास कार्य कराए हैं और जनता के कल्याण की कितनी योजनाएं चलाई हैं।
रविवार शाम पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जहां भी चुनावी रैली करते हैं वहां पर उस जिले में किए गए कार्यों की जानकारी देते हैँ और कार्यों के आधार पर जनता से पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे प्रदेश में किए गए विकास कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री से गंगा के तट पर या फिर अन्य किसी भी स्थान पर बहस करने के लिए तैयार हैं। उनकी इच्छा है कि उत्तर प्रदेश का विकास देश के लिए एक मॉडल बने और इसी उद्देश्य से सपा सरकार बिना भेदभाव के विकास कार्य तथा जनता से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
अखिलेश ने कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे पांच साल बाद 2019 में केन्द्र सरकार के कार्यों का लेखा जोखा जनता के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।’ मुख्यमंत्री बोले, वे प्रधानमंत्री से पांच साल का नहीं बल्कि अबतक के कार्यकाल में किए गए कार्यों की जानकारी चाहते हैं। सपा मुखिया ने कहा कि प्रधानमंत्री का आरोप है कि प्रदेश सरकार भेदभाव के आधार पर काम कर रही है और यह कार्य छात्रों के बीच भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने गोण्डा जिले में जिन छात्रों को लैपटॉप और कन्या विद्याधन दिया है, उनके नाम पढ़ते हुए कहा कि उन्होंने कभी छात्रों को भेदभाव के आधार पर योजनाओं से लाभान्वित नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि लैपटॉप और कन्या विद्याधन योजना का लाभ पाने वाले छात्रों से बौद्धिक क्षमता का आकलन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भ्रमित किया जा रहा है जिसके आधार पर वे प्रदेश सरकार के कार्यों को भेदभाव के आधार पर क्रियान्वित करने का आरोप लगा रहे हैं।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश के थानों को सपा का कार्यालय बताया लेकिन शायद उन्हें यह नहीं मालूम कि अब प्रदेश में यूपी 100 चल रही है। यह पुलिस व्यवस्था न्यूयार्क की पुलिसिंग व्यवस्था के आधार पर लागू की गई है।
इस व्यवस्था को अगली सपा सरकार के आने पर और सुदृढ़ किया जाएगा। चुनावों में सपा की ओर से अमर्यादित शब्दों के प्रयोग के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं से भी मर्यादित शब्दों के प्रयोग की अपेक्षा है।
उन्होंने कहा कि गोण्डा की रैली में प्रधानमंत्री ने ही पहले मर्यादित शब्दों से दूर हटकर इसका प्रयोग किया जिसके बाद दूसरी तरफ से प्रयोग किया गया है। उन्होंने रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात की ओर इशारा करते हुए कहा कि सबने प्रधानमंत्री के मन की बात सुनी है, किन्तु लोग उनसे अब काम की बात सुनना चाहते हैं।