नई दिल्ली। लंमोदी कैबिनेट में फेरबदल हो सकता है। अब माना जा रहा है कि 6 जुलाई से पहले ही इस काम को पूरा किया जा सकता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी 6 जुलाई से अफ्रीकी देशों के दौरे पर जाने वाले हैं और 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र भी शुरू होने वाले है। ऐसे में मोदी कैबिनेट में कुछ नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। ये जो भी बदलाव होने हैं वो सरकार के दो साल की रिपोर्ट को आधार बनाकर किए जाएंगे।सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी 6 जुलाई से शुरू हो रही अपनी अफ्रीकी देशों की यात्रा से पहले कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं, ताकि 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र से पहले नए मंत्रियों को अपने-अपने विभागों से रूबरू होने का पूरा मौका मिल सके। इसी कड़ी में पीएम ने अपने खासमखास पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और वित्तमंत्री अरुण जेटली से विशेष मुलाकात भी की है। ये जो भी बदलाव होने हैं वो सरकार के दो साल की रिपोर्ट को आधार बनाकर किए जाएंगे।जानकारी के मुताबिक, मोदी अपने कैबिनेट में टॉप चार वरिष्ठ मंत्रियों राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और मनोहर पर्रिकर के मंत्रालयों में कोई छेड़छाड़ नहीं करने जा रहे हैं। लेकिन, ऊर्जा राज्यमंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम राज्यमंत्री धर्मेंद्र प्रधान को अपग्रेड कर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे सकते हैं। चर्चा है कि केंद्रीय कैबिनेट में चार नए चेहरों को जगह मिल सकती है। सर्बानंद सोनोवाल के असम के मुख्यमंत्री बनने और राव साहेब दानवे पाटिल के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उनके खाली हुए मंत्रालयों को भरा जाना पक्का है।इसी तरह चुनावी राज्यों पंजाब, यूपी और उत्तराखंड से केंद्र सरकार में राज्यमंत्रियों का लाया जा सकता है। साथ ही गुजरात में पार्टी की कमजोर होती छवी को उभारने के लिए किसी पाटीदार नेता को भी केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। इस पूरे फेरबदल में जो सबसे बड़ी बात सामने आ रही है, वह यह कि बिहार के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की कुर्सी पर गाज गिर सकती है। जबकि निहालचंद की भी कुर्सी जा सकती है। इसके अलावा अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला से भी मंत्री पद छिन सकता है। हालांकि इसका सीधा फायदा मुख्तार अब्बास नकवी को होने वाला है। उन्हें अल्पसंख्यक चेहरा होने का लाभ मिलने वाला है। साथ ही वह यूपी से भी हैं, जहां आने वाले दिनों में चुनाव होने हैं। वहीं चर्चा है कि पावर मिनिस्टर पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान को कैबिनेट रैंक दी जा सकती है जबकि मुख्तार अब्बास नकवी का प्रमोशन भी तय माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, नई कैबिनेट में जबलपुर से सासंद राकेश सिंह, इलाहाबाद से सांसद श्यामा चरण गुप्ता, बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल, बीजेपी महासचिव ओम माथुर और विनय सहस्त्रबुद्धे को भी मोदी सरकार की टीम में शामिल किया जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट में कुल 82 मंत्री रखे जा सकते हैं। मौजूदा मोदी कैबिनेट में 70 मेंबर्स हैं।