नई दिल्ली। दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने प्रभावी तरीके से अपराध के रोकथाम में नागरिकों की भागीदारी की हिमायत करते हुए आज कहा कि महज ‘गश्ती’ और ‘पुलिस व्यवस्था’ काफी नहीं है।उन्होंने कहा कि नागरिक समाज में परिवर्तन के वाहक बन सकते हैं।
शहर के दक्षिण और दक्षिण-पूर्व जिलों के लिए 399 पुलिस मित्र को शामिल करने के दौरान पटनायक ने कहा, ‘‘कानून और व्यवस्था एवं अपराध से जुडी तमाम तरीके की समस्याओं वाले इस जटिल समाज में नागरिकों की भूमिक अहम है।
दिल्ली पुलिस ने विस्तृत सत्यापन प्रक्रिया के बाद अच्छे सामाजिक रिकार्ड वाले और सामाजिक कल्याण की गतिविधियों में शामिल लोगों को चुना है।उन्होंने दक्षिणी जिले के लिए 181 और दक्षिण-पूर्वी जिले के लिए 218 पुलिस मित्र चुने हैं।
पटनायक ने कहा, ‘‘यह सच है कि हर जगह और हर समय पर पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रह सकते। पुलिस और लोगों के सहयोग से ही एक आवासीय कॉलोनी को अधिक सुरक्षित बनाया जा सकता है।” पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों का सहयोग लेने का विचार दिया था।