आज से करीब एक दशक पहले ज्यादातर लोग केवल कीपैड वाले फीचर फोन ही इस्तेमाल करते थे। आज भी कीपैड वाले फोन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या करोड़ों में है। कीपैड के बाद टच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन्स इस समय लोकप्रिय है। कई यूजर्स टच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। टच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन के आने के बाद से कीपैड वाले फीचर फोन की तरफ से लोगों का रूझान कम हुआ है। अब एक और नई तकनीक आने वाली है जिसमें आपके स्मार्टफोन में टच स्क्रीन नहीं दिया जाएगा। इस तकनीक को टचलेस तकनीक भी कहा जाता है।
इशारों से चला सकेंगे स्मार्टफोन
स्मार्टफोन्स के ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी गूगल जेस्चर तकनीक पर आधारित टचलेस टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। जल्द ही गूगल इस तकनीक पर आधारित स्मार्टफोन को पेश कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गूगल ने इस प्रोजेक्ट का नाम ‘प्रोजेक्ट सोली’ रखा है। इस तकनीक को अमेरिका में मंजूरी भी मिल गई है।
पहले भी गूगल पेश कर चुका है तकनीक
गूगल पहले भी इस तकनीक को पेश कर चुका है। गूगल का यह तकनीक रडार और सेंसर की मदद से दिखाया जा चुका है। इस फीचर की मदद से आप अपने स्मार्टफोन को हाथों के जेस्चर की मदद से ऑपरेट कर सकते हैं। मान लीजिए अगर आपको अपने स्मार्टफोन में किसी ऐप को ओपन करना होगा तो आप बस अपने हाथों की जेस्टर की मदद से इसे ओपन कर सकेंगे।
आइफोन में भी लाया जा सकता है तकनीक
गूगल के अलावा एप्पल भी अपने आइफोन में टचलेस तकनीक ला सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस तकनीक की मदद से आपको कॉल्स पिक करने के लिए फोन को टच नहीं करना होगा। इसके लिए आपको जेस्चर तकनीक का इस्तेमाल करना होगा।