गर्मी के मौसम में कोई जगह ऐसी नहीं होती जहां पर आपको ठंडक मिल सके. लेकिन आज आपको एक ऐसी जगह बताने जा रहे हैं जहां पर भरी गर्मी में भी इतनी ठंड लगती है जैसे आप शिमला में खड़े हों. जी हाँ, ऐसा ही है ये महल जहां आपक ठंडक से सराबोर हो सकते हैं. आइये आपको बता देते हैं इस महल के बारे में जहां पर इतनी ठंड लगती है.
यह अनोखी इमारत गुलाबी नगरी जयपुर में है. यह आलीशान इमारत ‘हवामहल’ राजस्थान के प्रतीक के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है. इसका निर्माण 1799 में जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था. इस महल के अंदर जिसमें 953 खिड़कियां जिसके कारण यहां आने वालों को भीषण गर्मी में भी सर्दी का एहसास होता है. ये कह सकते हैं कि कड़ाके के गर्मी में कड़ाके ठंड का एहसास होता है. इसमें बनाए गए अनगिनत हवादार झरोखों के कारण ही इसका नाम हवामहल पड़ा. इसमें हवा का वेंटिलेशन ऐसा है कि भीषण गर्मी में भी बिना पंखे के इसमें सर्दी लगने लगती है.
इसी के सतह बता दें, हवामहल के आनंदपोल और चांदपोल नाम के दो दरवाजे हैं. आनंदपोल पर बनी गणेश प्रतिमा के कारण इसे गणेश पोल भी कहते हैं. गुलाबी नगरी का यह गुलाबी गौरव अपनी अद्भुत बनावट के कारण ही आज विश्वविख्यात है.