लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2017 में वामदलों ने एक साथ उतरने का फैसला किया है। मंगलवार को लखनऊ स्थित कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रदेश कार्यालय में वामदलों के पदाधिकारियों ने इसकी घोषणा कर दी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले-लिबरेशन), एसयूसीआई (सी) तथा आरएसपी के राज्य नेतृत्व ने आज संयुक्त रूप से विधानसभा चुनाव 2017 लड़ने की घोषणा की। वामदलों के पदाधिकारियों ने बताया कि वामपंथी दल चुनावों को भी जनता के मुद्दों पर आन्दोलन के रूप में ही लड़ते हैं। यहां 06 वामपंथी दलों ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनावों में मुद्दों के आधार पर संयुक्त रूप से उतरने का निश्चय किया है।
वामदल धर्मनिरपेक्ष व जनवादी ताकतों और आम मतदाताओं से आग्रह करेंगे कि वे प्रदेश को दुर्दशा के हालातों में पहुंचाने वाले, मुद्दाविहीन राजनीति करने वाले, पूंजीवादी, जातिवादी, साम्प्रदायिक और जनविरोधी दलों को परास्त करें और वामपंथ को मजबूत करें। मुद्दों पर आधारित राजनीति ही प्रदेश को मौजूदा दलदल, दल-बदल और धनबल से उबार सकती है।
मजदूर वर्ग की हड़ताल का वामपंथी दलों ने दिया समर्थन –
वामपंथी दलों ने दो सितम्बर को अपनी मांगों के लिए की जा रही मजदूर वर्ग की ऐतिहासिक हड़ताल को पूर्ण समर्थन प्रदान किया है और अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों से आह्वान किया है कि वे सड़कों पर उतर कर मेहनतकश वर्ग को समर्थन प्रदान करें।