नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मस्लिमी के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गौरक्षा कानून पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि मजहब और आस्था के नाम पर कोई कानून नहीं बन सकता।
रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गोहत्या रोकने के लिए देशभर में एक कानून बनाने की मांग की थी। ओवैसी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में भाजपा कहती है कि वहां पर गौ हत्या के खिलाफ कोई बिल नहीं लाएंगे, यह दोहरी नीति क्यों है।
उन्होंने गौरक्षा के नाम पर हत्याओं का मसला भी उठाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में गौरक्षा के नाम पर 9 से ज्यादा मुसलमानों की हत्या हो चुकी है।
गौरक्षा के नाम पर हिंसा
ओवैसी ने कहा कि कि कानून मजहब की बुनियाद पर नहीं बनाया जाता है। उनका मानना है कि अगर मजहब के नाम पर कानून बनाए गए तो हिंदू राष्ट्र हो जाएगा। ये देश के लिए ठीक नहीं है।
अलवर घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने मोहन भागवत को नसीहत दी कि आपको अलवर घटना की एफआईआर पढऩी चाहिए, उसमें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का नाम आया है। ये लोग इनके इशारों पर काम करने वाले लोग हैं।
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