मुंबई। मुंबई में किडनी रैकेट में पुलिस ने हीरानंदानी अस्पताल के 5 डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में अस्पताल के सीईओ डॉक्टर सुजीत चटर्जी और मेडिकल डायरेक्टर भी शामिल हैं। बता दें कि हीरानंदानी अस्पताल में फर्जी दस्तावेज की मदद से पहले नकली रिश्तेदार तैयार किए जाते थे और फिर गैर कानूनी तरीके से जरूरतमंद को किडनी बेची जाती थी। इस रैकेट का सरगना एक किडनी ट्रांसप्लांट के बदले 25 से 30 लाख रुपये लेता था। किडनी देने वाले को कुछ हजार रुपये देकर चुप करा दिया जाता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक इस पूरे मामले में गुजरात और राजस्थान से भी कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि अब तक इसी तरह का फर्जीवाड़ा कर 50 के करीब किडनी ट्रांसप्लांट की जा चुकी हैं।
शिकायकर्ता सुरेश गुप्ता के मुताबिक हीरानंदानी अस्पताल में फर्जी दस्तावेजों की मदद से पहले नकली रिश्तेदार तैयार किये जाते थे। और अवैध तरीके से जरुरतमंद को किडनी बेची जाती थी। इस रैकेट का सरगना एक किडनी ट्रांसप्लांट के बदले में 25 से 30 लाख रुपये लेता था। किडनी देने वाले को कुछ हजार रुपये देकर ही चुप करा दिया जाता था। मामले की हकीकत पिछले महीने की 14 जुलाई को सामने आई थी जब एक किडनी डोनर ने एक सामाजिक संस्था के साथ मिलकर पिछले महीने तब छापा मारकर इस रैकेट का भंडाफोड़ करवाया। जब डॉक्टर एक किडनी ट्रांसप्लांट करने ही वाले थे। छापे में पता चला था कि जिस महिला को मरीज की पत्नी बताकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था वह उसकी पत्नी नहीं थी।
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