इलाहाबाद। केन्द्रीय कारागार नैनी में हड़ताल और हंगामे का दौर बुधवार को भी जारी रहा। सुबह सर्किल नंबर पांच के तमाम कैदी भूख हड़ताल पर बैठ गए। हालांकि जेल के अधिकारियों का कहना है कि कई कैदियों ने हड़ताल समाप्त कर दिया है। बतादें कि आजीवन कारावास के तहत 14 साल की सजा काट चुके कैदियों ने रिहाई की मांग को लेकर विगत दिनों आगरा जेल में भूख हड़ताल की थी। एक सितंबर से केन्द्रीय कारागार नैनी के भी कैदी उक्त मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दिया। मामले को लेकर जेल के अधिकारी दबाने का काफी प्रयास किया। जेल के अफसर कुछ कैदियों को तो मनाने में कामयाब रहे हैं, लेकिन तमाम कैदी अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। हड़ताल कर रहे चार कैदियों की हालत मंगलवार को बिगड़ गई थी। चारों को जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार सुबह इस बात का पता चलने पर सर्किल नंबर पांच के भी कई कैदी हड़ताल पर बैठ गए। जेल अफसरों ने उन्हें समझाया तो हंगामा करने लगे। दूसरी सर्किलों के कैदियों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इससे खलबली मच गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक केदारनाथ समेत तमाम अधिकारी सर्किल पांच में पहुंच गए। उनके सामने कुछ बंदियों ने दोपहर का भोजन फेंक दिया। तीन कैदियों ने खुद के बीमार होने की बात कही तो उन्हें जेल अस्पताल भेजा गया। शाम तक अफसर कैदियों को समझाते रहे। अंत में कुछ कैदियों ने बात मान ली और रात का भोजन किया। वैसे देर शाम तक तमाम कैदी अपनी जिद पर अड़े थे। कैदियों की हड़ताल और हंगामे की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची तो उन्होंने जानकारी ली। एडीएम सिटी डा. विपिन मिश्र का कहना है कि वह सेंट्रल जेल जाकर हालात का जायजा लेने वाले थे, लेकिन जेल अधिकारियों ने भूख हड़ताल समाप्त होने की जानकारी दी। जिससे वह जेल नहीं गये। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने स्वीकार किया है कि सर्किल पांच के कैदियों ने सुबह से भूख हड़ताल शुरू कर दी थी, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर कैदियों को समझा बुझा कर रात का भोजन करा दिया गया है।