न्यूयार्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात मुस्लिम देशों के लोगों पर 90 दिनों तक लगाये गये प्रतिबंध की नीति का असर दिखने लगा है ।
अमेरिकी बल्लेबाज फहाद ने ट्रंप की इस नीति के बाद आईसीसी अमेरिकाज की टीम को बारबाडोस में चल रहे वेस्टइंडीज रीजनल सुपर 20 कैंपेन के बीच में ही छोड़ दिया।
बाबर मूल रूप से पाकिस्तान के हैं लेकिन आईसीसी के सात वर्ष तक निवास के नियम के बाद वह अमेरिक की ओर से खेलने के लिये क्वालीफाई कर गये थे।
फहाद ने कहा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप की नीति के बाद अमेरिका वापिस लौटेंगे क्योंकि अमेरिकी सरकार ने सात मुस्लिम देशों के लोगों पर 90 देशों के लिये अमेरिका आने पर पाबंदी लगा दी है। फहाद बुधवार रात ही बारबाडोस छोड़ शिकागो लौट आये थे।
क्रिकेटर ने कहा मुझे आने जाने में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन फिर भी एक डर लगा रहता है। फहाद आईसीसी अमेरिकाज टीम में शामिल छह मुस्लिमों में से एक खिलाड़ी हैं।
उनके अलावा अली खान, अकीम डोडसन दोनों ही अमेरिकी नागरिक हैं जबकि बाकी दो कनाडा में रहते हैं। बाबर ने कहा कि उन्हें मुख्य रूप से अपने आव्रजन को लेकर डर बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि कोच पूबूडू दसानायके और आईसीसी अमेरिकाज स्टाफ के अलावा अपने वकील से बातचीत के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है।
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