रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच तीसरे देश में शिखर वार्ता होगी। वार्ता की तारीख और स्थान की घोषणा गुरुवार को क्रेमलिन और व्हाइट हाउस साझा प्रेस कांफ्रेंस में करेंगे। पुतिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के बीच बैठक में यह सहमति बनी।
रूसी राष्ट्रपति के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उसाकोव ने यह जानकारी दी। गौरतलब है कि शीत युद्ध के बाद अमेरिका और रूस के संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। दोनों देशों में सीरिया और यूक्रेन के मसलों को लेकर गंभीर मतभेद हैं। अमेरिका में रूस पर साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने का आरोप लगाया गया है।
उसाकोव के अनुसार दोनों राष्ट्राध्यक्षोंके बीच अकेले में बातचीत के बाद संयुक्त बयान भी जारी किया जा सकता है। वार्ता के दौरान परमाणु हथियारों पर रोक लगाने, सीरिया और यूक्रेन की स्थिति, उत्तर कोरिया-अमेरिका के बीच बातचीत और ईरान के परमाणु कार्यक्रम से अमेरिका के बाहर निकलने जैसे प्रमुख मुद्दों पर बातचीत होगी।
हालांकि रूस पर लगाए अमेरिकी प्रतिबंधों पर बैठक में बातचीत की संभावना से उसाकोव ने इन्कार किया है। शिखर वार्ता से रूस को होने वाले फायदे के बाबत उसाकोव ने तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने उन्होंने शिखर वार्ता को इस गर्मी में होने वाली सबसे अहम घटना बताया।
गौरतलब है कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों को आस्ट्रिया ने अपनी राजधानी विएना में शिखर वार्ता करने का प्रस्ताव दिया था। वहीं कुछ मीडिया खबरों में फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में भी बैठक होने की संभावना जताई जा रही थी।