फिर थाली में भले ही 56 भोग हों, लेकिन एक मुट्ठी की ख्वाहिश तो बनी ही रहती है। देश ही नहीं, अब तो विदेश तक पहुंच हो चुकी है। जिसे बनाने और बेचने में शहर के छोटे-बड़े लगभग चार हजार कारोबारी लगे हों।इस लघु और कुटीर उद्योग से एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा हो तो क्यों न इसे जियोग्राफिकल इंडीकेशन (जीआई) टैग मिले। दीपावली बाद इसके लिए कोशिश शुरू होगी।
बात हो रही है इंदौर के नमकीन की। सैकड़ों तरह की सेंव, खट्टा-मीठा और चरका मिक्चर, नुक्ती, चिवड़ा… और भी बहुत कुछ। टमाटर की सेंव, आलू की सेंव, केले की सेंव, पोदिना की सेंव, लहसुन की सेंव, लौंग की सेंव, हींग की सेंव, मैगी सेंव, नूडल सेंव, धनिया का चिवड़ा, करेले की चिप्स जैसे सैकड़ों फ्लेवर के साथ रोज नए प्रयोग हो रहे हैं।
जहां एनआरआई, वहां पहुंचा इंदौरी नमकीन
नमकीन कारोबारी हनुमानप्रसाद जैन बताते हैं, जहां-जहां एनआरआई ज्यादा हैं, इंदौर का नमकीन वहां पहुंच गया है। भले ही नए लोग टेस्ट के लिए बर्गर-पिज्जा खा लें, लेकिन जब तक सेंव-मिक्चर न खा लें, मजा ही नहीं आता।
जीआई सर्टिफिकेशन की कोशिश शुरू
प्रतिष्ठित मिठाई-नमकीन दुकान के डायरेक्टर अजीत यादव बताते हैं, इस समय इंदौर में लगभग 200 तरह के नमकीन बन रहे हैं। इसमें अलग-अलग प्रयोग किए जा रहे हैं। इंदौर नमकीन-मिठाई निर्माता एसोसिएशन के सचिव विकास जैन कहते हैं कि इंदौर के नमकीन को जीआई सर्टिफिकेशन के लिए हम एसोसिएशन की तरफ से पूरे प्रयास करेंगे। दीपावली के बाद इसके लिए मुहिम शुरू करेंगे।
एसोसिएशन के सदस्य अनुराग बोथरा का मानना है कि, इंदौर में इतने सारे नमकीन बनते हैं, लेकिन ‘इंदौरी’ के नाम से कोई ब्रांड नहीं है। यहां की लौंग सेंव, खट्टा-मीठा मिक्चर और सेंव-परमल को जीआई टैग और पेटेंट जरूर मिलना चाहिए। एसोसिएशन के जरिये हम इस दिशा में कोशिश करेंगे।
कारोबारियों से बात करेंगे
संभागायुक्त राघवेंद्रसिंह बताते हैं कि इंदौर के नमकीन के जीआई टैग के लिए दावा करने से पहले इसे परखा जाना जरूरी है। इसकी प्रक्रिया और दावेदारी को समझना होगा। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस बारे में संबंधित कारोबारियों से भी बात की जाएगी।
एकेवीएन ने बना दिया नमकीन क्लस्टर
इंदौर में नमकीन के बड़े कारोबार को देखते हुए ही औद्योगिक केंद्र विकास निगम (एकेवीएन) ने शहर के सांवेर रोड इंडस्ट्रियल एरिया में पांच हेक्टेयर क्षेत्र में नमकीन क्लस्टर बना दिया है। दो साल पहले बने इस औद्योगिक क्लस्टर में नमकीन उद्यमियों को जगह उपलब्ध कराई जा रही है।