नई दिल्ली । अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके दाएं हाथ माने जाना वाले छोटा शकील ने हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि की सुपारी क्यों दी थी? जांच अधिकारी इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि चक्रपाणि को मारने के लिए चार युवाओं को सुपारी दी गई, लेकिन इस पूरी साजिश में जरूरी गोपनीयता क्यों नहीं बरती गई। पुलिस इस लाइन पर भी जांच कर रही है कि ‘डी कंपनी’ का असली निशाना कहीं तिहाड़ में बंद छोटा राजन तो नहीं है?दिल्ली के दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन से चार युवाओं जुनैद चौधरी, रोजर रॉबिन्सन, यूनुस और मनीष को पुलिस ने जून में उस अरेस्ट किया था। चारों संदिग्धों की गिरफ्तारी उस वक्त हुई थी जब ये लोग इंदिरापुरम रवाना हो रहे थे, जहां गाजियाबाद में इन्हें दाऊद की कार जलाने वाले स्वामी चक्रपाणि की हत्या करनी थी। फिलहाल ये चारों दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। हालांकि, पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट में दावा किया गया है कि चारों युवाओं को डॉन की तरफ से खास हिदायत दी गई थी कि तिहाड़ जेल में बंद छोटा राजन से मिलने वालों की सूचना इकट्ठा करे। साथ, ही डॉन ने अपने गुर्गों को कहा था कि उन सबको राजन को मारने की भी कोशिश करते रहना है। चार्जशीट में किए दावे के बाद अब चक्रपाणि की हत्या की कोशिश के केस में नया ट्विस्ट आ गया है।अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि दाऊद के निशाने पर नीलामी में उसकी कार खरीदने के बाद से ही थे। बाद में उन्होंने वह कार गाजियाबाद में जला दी थी। चक्रपाणि ने इस घटना के बाद पुलिस को बताया था कि उन्हें छोटा शकील की तरफ से धमकी भरे फोन आ रहे हैं।