नई दिल्ली। एक राष्ट्रीय चैनल द्वारा आयोजित साहित्य महाकुंभ के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और शायर जावेद अख्तर ने कहा कि कॉमन सिविल कोड पर देशव्यापी बहस हो और संविधान को आधार बनाकर निर्णय लिया जाए।
जो संविधान के विरुद्ध है, उसे खारिज कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि वो किसी एक ओर के अतिवाद के साथ बहने के बजाय बीच के रास्ते पर चलना पसंद करते हैं और उन्हें इसकी प्रेरणा महात्मा बुद्ध से मिलती है।
मेरा मानना है कि ट्रिपल तलाक को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए। लेकिन इस बात पर बिना वजह भिड़ंत की स्थिति पैदा करने के बजाय सरकार पहले ड्राफ्ट लाए और उस पर व्यापकता में बहस हो। आनुवंशिक संपत्ति में अधिकार दिए जाएं। मेरा यह हमेशा से ही मानना रहा है कि अंतिम कानून इंडियन कॉन्सीट्यूशन है।
बुद्ध तो बीच के रास्ते की ही बात कहते हैं। सही और गलत, अच्छा और बुरा में डिग्री का फर्क है। आप चुप बैठे रहते हैं लोग डिग्निफाइड कहते हैं। अधिक बोलने पर लोग बातूनी कहते हैं। इधर या उधर ज्यादा चले जाने पर चीजें गड़बड़ा जाती हैं।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal