 पणजी :
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मोदी कैबिनेट में हुई फेरबदल ने रक्षा मंत्री को उनके अपने दिन याद दिला दिए। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि जब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कैबिनेट मिनिस्टर बनने का प्रस्ताव दिया गया था, तब उन्हें ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके सिर पर बम फोड़ दिया हो। पर्रिकर ने बताया कि उन्हें इस पेशकश पर फैसला लेने में दो सप्ताह लग गए थे।
मंगलवार को पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर के 60वें जन्म दिन पर आयोजित किए गए समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होने बताया कि कैसे वो गोवा से नई दिल्ली पहुंच गए। रक्षा मंत्री ने कहा कि 26 अक्टूबर, 2014 को मैं पीएम से मुलाकात करने पहुंचा। दरअसल, मैं अपने राज्य में माइनिंग सेक्टर के लिए कुछ ग्रांट के बारे में बात करना चाहता था।
मैंने जब पीएम से इस बारे में बात की तो उन्होंने जवाब दिया कि ये सब तो हम कर ही लेंगे, लेकिन आप ये बताइए कि आप मेरी कैबिनेट को ज्वाइन क्यों नहीं कर लेते? इस पर पर्रिकर ने कहा कि मैं सोचकर बताऊंगा। पर्रिकर ने बताया कि मैंने तय कर लिया कि अब दो-तीन माह तक दिल्ली नहीं आऊंगा। लेकिन 4-5 दिन बाद ही पीएम का मैसेज आया। इसके बाद आखिरकार मैंने तय कर लिया कि कैबिनेट में जाऊंगा। 6 नवंबर को फैसला किया और 8 को गोवा के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
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