लखनऊ। नाबार्ड के 35 वें स्थापना दिवस के अवसर पर सामुदायिक प्रतिनिधियों का आज यहां सम्मान किया गया। इस अवसर पर आईएएस सुधीर एम बोवड़े, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन के प्रमुख सचिव ने सूबे में कृषि और संबद्ध क्षेत्र के लिए ऋण प्रवाह बढ़ाने और अन्य विकासात्मक पहलों के लिए नाबार्ड द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने अपने सम्बोधन में नाबार्ड के द्वारा राज्य सरकार को रु 983 करोड़ के ऋण से डेरी क्षेत्र के आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण के लिए किए जा रहे सहयोग की सराहना की । मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एके पंडा ने कहा कि आज हम ग्रामीण विकास का उत्सव साथ साथ मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं और हुमें खुशी है कि विगत वर्षों में नाबार्ड ने बहुत सारी पहलें की है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में समृद्धि आई है । श्री पांडा ने नाबार्ड की प्रमुख उपलब्धियों के साथ ही बैंक की अग्रणी पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित अतिथियों को सूचित किया कि जल संरक्षण के लिए एक विशेष पहल के रूप में उत्तर प्रदेश के जिलों में हर बूंद जरूरी है दृ जल जागरण अभियान कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें जल संरक्षण के प्रति जन मानस को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है । कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में भाग लेते हुए डॉ डीके उप्रेती , निदेशक, एनबीआईआई, लखनऊ ने नाबार्ड के साथ कृषकों के लाभ के लिए कार्य करने की संभावनाओं पर प्रकाश डाला । भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक अजय कुमार ने नाबार्ड के कृषि और ग्रामीण विकास क्षेत्र में निभाई जा रही महती भूमिका का जिक्र करते हुए नाबार्ड के क्रिया कलापों की भूरी भूरी प्रशंसा की । कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा उत्तर प्रदेश में नाबार्ड की पहल ध् उपलब्धियों पर वर्ष 2015-16 के लिए एक पुस्तिका तथा उल्लास दृ विकास का उत्सव दृ एक कॉफी टेबल बुक का अनावरण किया गया । कार्यक्रम के दौरान लाह उत्पादन और जीविका कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए बायोवेद , इलाहाबाद , कृषक उत्पादक संगठन के लिए पूर्वाञ्चल पॉल्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी, देवरिया प्रतापगढ़ और कानपुर से स्वयं सहायता समूह सदस्यों के साथ साथ सोनाटा माइक्रो फाइनेंस को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया । विशिष्ट अतिथियों ने स्वयं सहायता समूह, किसान उत्पादक संघ, लाह आधारित उत्पादों और लखनवी चिकंकारी से संबंधित स्टालों का अवलोकन किया। साथ ही लखीमपुर जिला सहकारी बैंक के मोबाइल वेन पर चालित ए टी एम भी खास आकर्षण का केंद्र रहा ।
कार्यक्रम में एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक गौतम सेन गुप्ता,सिडबी के मुख्य महाप्रबंधक रामाकृष्णन, एस एल बी सी, संयुक्त निदेशक बर्ड, उप प्राचार्य नाबार्ड स्टाफ कॉलेज, वाणिज्यिक बैंकों के वरिष्ठ बैंकर, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के, उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक और उत्तर प्रदेश ग्रामय विकास बैंक के अधिकारियों सहित सामुदायिक प्रतिनिधियों और नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय के स्टाफ ने भाग लिया।