पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि वह बिहार में मध्यावधि चुनाव कराने के लिए तैयार हैं। लेकिन बीजेपी उत्तरप्रदेश विधानसभा और दोनों राज्यों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लोकसभा सदस्यों का इस्तीफा कराकर चुनाव कराने को तैयार हों।
नीतीश ने उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य की मांग पर बिहार में मध्यावधि चुनाव के लिए वह तैयार हैं लेकिन बिहार के साथ ही उत्तरप्रदेश में भी मध्यावधि चुनाव कराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तरप्रदेश के राजग के सांसदों को इस्तीफा देकर दोनों राज्यों की रिक्त लोकसभा सीट के लिए भी मध्यावधि चुनाव कराने का रास्ता तैयार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने मौर्य का नाम लिये बगैर कहा कि आश्चर्य है कि इस तरह की मांग भी की जाती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की मांग नोटिस लिये जाने लायक भी नहीं है।
गौरतलब है कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन वर्ष की उपलब्धियां गिनाने के लिए कल यहां आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मौर्य ने श्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा था कि यदि उन्हें प्रदेश में किये गये अपने बेहतर कार्यों पर भरोसा है तो विधानसभा को भंग कर चुनाव कराएं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को किसान आंदोलन पर कहा कि सिर्फ कर्ज ही नहीं, किसानों की और भी कई समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने कर्ज नहीं लिया है, वो भी संकट में हैं।