नई दिल्ली। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचार और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ दुनिया भर में बलूचियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के लिए वे लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट कर रहे हैं। बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने दक्षिण कोरिया के शहर बुसान में पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारे लगाए और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचार को समाप्त करने और आजादी के नारे लगाए। बलूच रिपब्लिकन पार्टी के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनका समर्थन करने और उनकी मांग उठाने के लिए धन्यवाद दिया।
इसी प्रकार बलूचिस्तान के तरबत में मानवाधिकार का घोर उल्लंघन करने पर बलूच मानवाधिकार संगठन के लोगों ने पाक सेना के खिलाफ कराची में प्रदर्शन किया। पाक सेना ने तरबत में रऊफ बलूच के घर पर घेरा बंदी की हुई है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में भी पाक सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में लाल किले से बलूचिस्तान का मुद्दा छेड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बलूचिस्तान, गिलगित और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में लोगों पर हो रहे अत्याचार का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि वहां हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। वहां के लोग पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के खिलाफ लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बलूचिस्तान के नेताओं ने इस मामले में भारत से मदद भी मांगी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में भी इस बात का जिक्र करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी हमारा है। अब पाकिस्तान को बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हो रहे अत्याचार का जवाब देना होगा।
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