लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक छात्र की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस सीसीटीवी फूटेज के सहारे हत्यारे तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। वीडियो में बेखौफ बदमाशों का हौसला देख लोगों में काफी दहशत है।
मृतक की शिनाख्त सौरभ पाण्डेय के रूप में की गई है, वह छात्र नेता है। वारदात 5 फरवरी को रात करीब 10 बजे की है। सौरभ सड़क पर टहल रहा था कि तभी दो मोटर साइकिल सवार चार बदमाश आए, पहले तो उन्होंने सौरभ के पैर छुए और फिर सिर और सीने में ताबड़तोड़ गोलिया चला दीं। सीसीटीवी के सहारे मृतक के भाई नीरज पाण्डेय ने आरोपियों को पहचान लिया है।
उन दोनों से गिरफ्तार के बाद पूछताछ में पता चला कि उन्हें इस काम के लिए सतना निवासी बलराम नामक एक शख्स से इस काम के लिए पैसे मिल रहे थे। उसके बाद एटीएस की टीम ने दबिश देकर सतना से बलराम को गिरफ्तार किया है।
उसकी निशानदेही पर बाकी के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी देश के विभिन्न भागों में सिमबॉक्स का आदान-प्रदान कर रहे थे। जांच के दौरान पता चला कि आईएसआई के इशारे पर काम करने वाले बलराम के कई बैंक खाते हैं, जिनमें हवाला के माध्यम से पैसा आता था।
बलराम ही हवाला से मिला पैसा जासूसी रैकेट के अन्य सदस्यों को तक पहुंचाता था। उन्होंने बताया कि बलराम को सतना से गिरफ्तार किए जाने के अलावा जबलपुर से दो, भोपाल से तीन और ग्वालियर से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
एटीएस के मुताबिक ये गिरोह हवाला का कारोबार भी कर रहा था। इसके अलावा ऑनलाइन लॉटरी में भी ये गिरोह शामिल था। एटीएस का मानना है कि भारतीय टेलीकॉम कंपनियों की मदद के बिना इस तरह के अवैध एक्सचेंज को संचालित करना आसान नहीं है।
नीरज ने बताया कि कैंट थानाक्षेत्र के सिविल लाइंस में जलनिगम कर्मचारी जमुना पाण्डेय का सरकारी आवास है। यहीं पर उनका परिवार भी रहता है। उनके पांच पुत्रों में दूसरे नंबर का बेटा सौरभ पाण्डेय छात्र नेता रहा है।
वह पार्षद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था लेकिन उससे पहले ही किसी ने उसको गोलियों से भून दिया। पुलिस को मौका ए-वारदात से 9 एमएम पिस्टल की दो जिंदा और दो खाली कारतूस मिले हैं। सौरभ को सिर और सीने में 4 गोलियां मारी गई थीं। आरपीएम एकेडमी के पास हुई घटना में पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की तलाश कर रही है।