नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को राज्य में बाढ़ की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने यहां उनके आवास पर पहुंचे। बैठक में बिहार में आई बाढ़ और राहत एवं बचाव कार्य पर चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राहत एवं बचाव कार्य में केंद्र सरकार की तरफ से हर संभंव मदद का आश्वासन दिया है। वहीं गृह मंत्रालय ने राज्य प्रशासन की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कुल 16 दलों को बिहार में तैनात किया है। 21 अगस्त को एनडीआरएफ की टीमों ने बिहार के दीदारगंज से 3400, बख्तियारपुर से 580, दानापुर से 545, छपरा से 380, वैशाली से 355, मनेर जिला से 15 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ के पुलिस उप महानिरक्षक एस.एस गुलेरिया एवं अन्य एनडीआरएफ अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
बिहार में दस लाख से ज्यादा आबादी बाढ की चपेट में है। छपरा शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है। छपरा जिले में गंगा, गंडक और सरयू नदियां उफान पर है। यहां लगभाग चालीस साल बाद घरों, दुकानों और दफ्तरों में पानी घुस गया है। छपरा बलिया रेल लाइन पर भी बाढ़ के पानी का दबाव है जिसके चलते इस मार्ग पर ट्रेनें बंद कर दी गई हैं। छपरा के सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने प्रशासन की ओर से तैयारी नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की है। वहीं नदी में अचानक आई बाढ़ से गया से नवादा को जोड़ने वाला हाईवे बह गया है। जिला प्रसाशन की ओर से मानपुर प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस बल की नियुक्ति की गई है ताकि कोई घटना न घटे। फिलहाल एनएच-82 पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
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