नई दिल्ली। अपनी बायोपिक को लेकर चर्चा में चल रहे टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने के दौरान अपने जीवन से जुड़े कई खुलासे किए। धोनी के अनुसार जब उन्होंने सचिन तेंदुलकर को पहली बार आमने-सामने देखा था, तो देखते ही रह गए थे। यही नहीं उन्हें टीम के कई बड़े खिलाड़ियों से मिलने का बहुत ही कम समय मिला था। धोनी ने इसी तरह की कई और चीजें भी फैन्स से साझा कीं.भारतीय क्रिकेट इतिहास के सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी जब पहली बार राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बने थे, तो वह ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाल सचिन तेंदुलकर को देखते ही रह गए थे और उनसे मिलते हुए थोड़ा घबराए हुए भी थे। अपने जीवन पर बन रही फिल्म ‘एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी’ के ट्रेलर लांच के मौके पर यहां धौनी ने यह खुलासा किया। भारत के विश्व विजेता कप्तान ने एक किस्से का जिक्र करते हुए कहा, “सचिन हमारे लिए भगवान हैं। जब मैं अपनी पहली सीरीज खेलने गया, जो बांग्लादेश के खिलाफ थी, तो हमारी टीम की बैठक थी, सचिन उसमें थे और मैं सचिन को बार-बार देखे जा रहा था.”भारत के सीमित ओवरों के कप्तान ने कहा, “सीरीज जल्द खत्म हो गई थी। मुझे मुश्किल से टीम के बड़े खिलाड़ियों से मिलने का समय मिला। ” धोनी ने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। धोनी इस मैच में बिना खाता खोले रनआउट हो गए थे। भारत ने यह मैच 11 रनों से जीता था.झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने रांची के ही श्यामली में स्थित डीएवी जवाहर विद्या मंदिर से प्राथमिक शिक्षा हासिल की थी। धोनी अपने स्कूल में बतौर गोलकीपर फुटबॉल खेलते थे, लेकिन स्कूल कोच ने उन्हें क्रिकेट में विकेटकीपर बनने की सलाह दी जिसके बाद धोनी ने विकेटकीपिंग पर ध्यान दिया।