रावत ने आगे कहा कि पश्चिमी देश अधिक खुले मिजाज वाले हैं। लड़के और लड़कियां यहां बड़े शहरों में एक साथ काम कर रही हैं लेकिन सेना में शामिल होने वाले लोग केवल बड़े शहरों से नहीं आते। रावत ने कहा कि महिला अधिकारियों को भाषा अनुवादक और सैन्य कूटनीतिज्ञ में रखना ज्यादा फायदेमंद होगा।
रावत ने पाकिस्तान पर बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान ने खुद को इस्लामी देश बना लिया है। अगर उन्हें भारत के साथ मिलना है, तो उन्हें खुद को एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रूप में विकसित करना होगा। हम एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं। अगर वे हमारी तरह धर्मनिरपेक्ष बनने के इच्छुक हैं तो उनके लिए ये एक मौका है।
रावत ने आगे कहा कि पाकिस्तान कह रहा है कि भारत एक कदम उठाएगा तो हम दो कदम उठाएंगे। पर अगर पाक एक साकारात्मत कदम उठाएगा तो पहले हम ये देखेंगे कि जमीनी स्तर पर उस का क्या प्रभाव पड़ेगा। तब तक हमारे देश की स्पष्ट नीति होगी, आतंक और बातचीत एक साथ नहीं की जा सकती।
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