उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन पर सहमति बनने के बाद शीला दीक्षित ने आज सीएम की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया है. कांग्रेस की तरफ से शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था.
अपनी उम्मीदवारी वापस लेते हुए शीला ने कहा, “मैं विनम्रतापूर्वक अपनी उम्मीदवारी वापस लेती हूं. अब हम एक साथ दो सीएम उम्मीदवारों के साथ चुनाव में नहीं जा सकते.” बता दें कि यूपी में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन लगभग तय हो गया है बस औपचारिक एलान बाकी है. इसी के मद्देनज़र शीला ने यह एलान किया है.
‘भरोसा था चुनाव चिन्ह हमें ही मिलेगा’ : अखिलेश यादव
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है और आने वाले दिनों में वो ‘महागठबंधन’ की सोच रहे हैं.
वैसे एसपी-कांग्रेस में गठबंधन हुआ तो फायदा होगा, ये ओपिनियन पोल में सामने आ चुका है.
इसके मुताबिक अगर अखिलेश कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो उनके गठबंधन को 133 से 143 सीटें मिल सकती हैं. जबकि, अकेले चुनाव लड़ने पर उन्हें सिर्फ 82 से 92 सीटें ही मिलने का अनुमान है. पोल के मुताबिक इस सूरत में बीजेपी को 138 से 148 सीटें मिल सकती हैं.