नई दिल्ली। भारत और फ्रांस के बीच हुए 36 रफाल विमान सौदे पर कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि आखिर मोदी सरकार की योजना क्या है।कांग्रेस नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने शनिवार को कहा कि वर्तमान में देश की सुरक्षा की दृष्टि से देखें तो परिस्थितियां काफी जटिल हैं। ऐसे में भारतीय वायु सेना को और अधिक मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक हमारी ताकत 22 स्क्वाड्रोन तक कम हो जाएगी। ऐसे में सरकार भारतीय वायु सेना को और अधिक एयरक्राफ्ट कैसे मुहैया कराएगी। एंटनी ने कहा कि आखिर मोदी सरकार की योजना क्या है?
केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी उस समय हमने सुरक्षा के मद्देनजर भारतीय वायुसेना की जरूरत के हिसाब से 126 मीडियम मल्टी रोल लड़ाकू विमान खरीदने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 36 राफेल लडाकू जेट खरीदने का फैसला किया है, क्या ये काफी हैं। भारतीय वायु सेना के लिए अभी भी 42 स्क्वाड्रन की जरूरत है लेकिन सिर्फ 32 स्क्वाड्रन ही उपलब्ध हैं।
एंटनी ने मोदी सरकार के मेक इन इंडिया पर भी हमला करते हुए कहा कि यूपीए के कार्यकाल में 18 विमान खरीदने और 8 का भारत में निर्माण होना था लेकिन मेक इन इंडिया की भूमिका इसमें कहीं दिखाई नहीं दे रही है।