जम्मू । प्रशासन ने अलगाववादियों द्वारा राजभवन चलो मार्च की काल को देखते हुए श्रीनगर तथा कश्मीर घाटी के दूसरे हिस्सों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए हैं। यह प्रतिबंध शुक्रवार की नमाज़ को देखते हुए भी लगाए गए हैं क्योंकि हर शुक्रवार की नमाज़ के बाद घाटी में हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो जाता है।
इसी दौरान पुलिस तथा सीआरपीएफ के जवानों को श्रीनगर के ऊपरी कस्बों तथा पुराने शहर में बडी संख्या में तैनात किया गया है तथा कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए गए हैं ताकि अलगाववादियों द्वारा आहूत की गई रैलियों कों रोका जा सके।
सुरक्षाबलों द्वारा मुख्य सड़कों को तारों को रखकर बंद कर दिया गया है। पैदल चलने वालों तथा गाड़ियों को सड़को पर जाने की इजाज़त नहीं दी गई है। इसी बीच शहर के बाहरी इलाकों में आज सुबह गाड़ियों की आवाजाही जारी थी। अलगाववादियों ने लोगों से कहा है कि वह राजभवन तथा चश्माशाही की तरफ मार्च करें।
अलगाववादियों को 9 जुलाई से नजरबंद रखा गया है। इसके बावजूद वह महीने दर महीने तथा हफ्ते दर हफ्ते अपने कार्यक्रमों के कैलेंडर मीड़िया तक पहुंचाते रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ आज भी बंद के कारण स्थिति अस्त व्यस्त रही। घाटी में आज भी बंद के दौरान दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान, पेट्रोल पम्प तथा शिक्षा संस्थान बंद रहे। इसी बीच सड़कों पर कर्फ्यू के चलते यातायात न के बराबर रहा।