सुप्रीम कोर्ट और संसद की फटकार के बावजूद देश में भीड़ का आतंक नहीं रुका है. राजस्थान के अलवर में शुक्रवार को रामगढ़ इलाके के लल्लावंडी गांव में गो तस्कर होने के शक में भीड़ ने अकबर नाम के एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीसरे आरोपी का नाम नरेश शर्मा है. वहीं सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है.
अकबर की मौत से सदमे में परिवार
28 साल के अकबर की जिस वक्त हत्या की गई उस वक्त वो दुधारू गाय को लेकर अपने गांव जा रहा था. अकबर हरियाणा के नूह जिले के फ़िरोज़पुर तहसील के कोल गांव का रहने वाला था. अकबर की मौत के बाद उनका परिवार गहरे सदमे में है. अकबर के पिता का कहना है कि उनका बेटा गाय खरीदने बेचने का काम नहीं करता था.
मुख्यमंत्री ने कहा- कड़ी कार्रवाई की जाएगी
अलवर की घटना की राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने निंदा की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”अलवर में गो परिवहन से सम्बंधित वारदात में हुई नृशंस हत्या की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं. पुलिस मामला दर्ज कर दो संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है. मैंने गृह मंत्री को जल्द से जल्द मामले की छानबीन कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं.”
ओवैसी बोले- यह लिंच राज है
अलवर में हुई भीड़ की कथित हिंसा पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने तंज भरे लहजे में मोदी सरकार पर निशाना साधा और लिंच राज करार दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गाय को जीने का मौलिक अधिकार है और इसके नाम पर मुस्लिम की हत्या, उनके पास जीने का मौलिक अधिकार नहीं है. चार साल मोदी का राज- लिंच राज.”
लिंचिंग: संसद में प्रधानमंत्री ने कड़ी कार्रवाई की बात कही थी
मोदी ने कहा, ‘‘हाल के समय में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. ये घटनाएं दुखद हैं और मानवता के मूल सिद्धांत के विरूद्ध हैं. राज्य सरकारें कदम उठा रही हैं. मैं राज्य सरकारों से एक बार फिर कहना चाहता हूं कि इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए.’’ गौरतलब है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित विपक्ष के कई वक्ताओं ने देश में भीड़ द्वारा हत्या का मुद्दा उठाया था.