बहुत जल्द सभी ट्रेनों के फर्स्ट एसी कोच नए कलेवर में नजर आएंगे। साज-सज्जा और सुविधाओं के मामले में ये कोच अब फाइव स्टार होटल जैसा अहसास कराएंगे। कानपुर से नई दिल्ली तक चलने वाली रिवर्स शताब्दी और श्रमशक्ति एक्सप्रेस में सफल प्रयोग के बाद रेलवे बोर्ड ने हर ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में गोल्ड स्टैंडर्ड लागू करने का आदेश दिया है।
ट्रेनों में फर्स्ट एसी कोच रेल का सबसे महंगा क्लास है। इसका किराया हवाई जहाज के किराए के लगभग बराबर होता है। प्रत्येक फर्स्ट एसी कोच में आठ कंपार्टमेंट होते हैं, जिसमें 18 से 24 यात्री सफर कर सकते हैं। हालांकि सुविधाओं के मामले में ये अभी भी सबसे बेहतर हैं, लेकिन इनका स्तर और बढ़ाया जा रहा है। स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड से एक पत्र मिला है, जिसमें सभी ट्रेनों के प्रथम श्रेणी वातानुकूलित कोचों को गोल्ड स्टैंडर्ड में तब्दील करने का आदेश है। बदलाव के बाद इन कोच का कंपार्टमेंट पांच सितारा होटल के कमरे जैसा लुक देगा। कानपुर रेलवे के पास तीन फर्स्ट एसी कोच हैं, जिसमें से दो को पहले से ही गोल्ड स्टैंडर्ड में बदला जा चुका है। बाकी बचे कोच को गोल्ड स्टैंडर्ड बदले जाने का काम जल्द ही शुरू किया जाएगा। एक कोच में लगभग पांच लाख रुपये का खर्च आएगा। 
ये होंगे बदलाव
-सौंदर्यीकरण बढ़ाने के लिए विनायल ग्राफिक से दीवार सजाई जाएगी। हर कंपार्टमेंट में आकर्षक तस्वीरें भी लगाई जाएंगी।
– टॉयलेट के वॉश बेसिन में सेंसर टैप। हाथ सुखाने के लिए हॉट एयर मशीन।
– कंबल की गुणवत्ता का स्तर और बढ़ाया जाएगा।
– कोच में अनस्क्रेच पेंट का प्रयोग किया जाएगा।
– परफ्यूम मशीन हर 20 मिनट में अपने आप स्प्रे कर माहौल को खुशनुमा बना देगी।
-लर्निग लाइट लगेगी, ताकि रात के समय अगर यात्री पढ़ना चाहता हो तो उसे आसानी हो।
-बाथरूम में मल्टी टावेल, लिक्विड सोप मशीन लगाई जाएगी।
-फर्श पर उच्च क्वालिटी की जेड वेब मैटिंग लगाई जाएगी।
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