नोएडा। इलाहाबाद हाइकोर्ट का डीएनडी को टोल फ्री करने का आदेश जरी हो गया है। नोएडा में संगठित प्रयास की सबसे बड़ी कामयाबी है। कोर्ट का फैसला आने के बाद नोएडा में टोल से लेकर सड़कों तक खुशी का माहौल नजर आया। लोगों ने पटाखे-फोड़ एक-दूसरे को मिठाई खिलाई।
आदेश से डीएनडी से रोजाना आवागमन करने वाले करीब डेढ़ लाख लोगों को राहत मिलेगी। इलाहाबाद हाइकोर्ट के इस आदेश के खिलाफ नोएडा टोल ब्रिज कंपनी गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
करीब वर्ष 2010 से शहर के संगठन डीएनडी को टोल फ्री कराने के लिए पूरी तरह संघर्ष में जुट गए थे। संघर्ष करने वालों में फोनरवा के अलावा जनहित मोर्चा, मौलिक भारत, क्राइम फोर्स इंडिया, कोनरवा, भाजपा, आदि संगठन लगातार सक्रिय रहे।
सबसे पहले फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजीडेंटस वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) ने 16 नवंबर 2012 को इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर टोल वसूलने पर रोक व कंपनी व प्राधिकरण के बीच हुए समझौते को रद्द करने की मांग की थी।