लखनऊ। गुरुवार को कर्मचारियों के तीन घंटे हड़ताल के बीच लोहिया अस्पताल में लाइन में लगे लोग भड़क उठे। उन्होंने अव्यवस्था पर काडी नाराजगी जताते हुए काउंटर के आसपास तोड़फोड कर दिया। हालांकि, कुछ ही देर में अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप से लेाग शांत हुए और दवा का वितरण शुरू किया।
अस्पताल के अधिकारियों ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है। राज्य कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गुरुवार दूसरे दिन भी मरीज लोहिया अस्पताल, सिविल अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में परेशान हुए। दवा नहीं मिलने से परेशान मरीजों ने लोहिया अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। वहीं बलरामपुर में कर्मचारियों ने हंगामा किया। लोहिया अस्पताल में मरीजों का आरोप था कि फार्मासिस्ट दवा बांटने के बजाय लापरवाह बने हुए थे। इससे नाराज मरीजों ने हंगामा किया और काउंटर का शीशा तोड़ दिया। मेज-कुर्सी पलट दी। इससे वहां अफ रातफ री मच गयी। काफी देर बाद हंगामा शांत हुआ। वहीं उधर बलरामपुर हॉस्पिटल में कर्मचारियों ने निदेशक कार्यालय के बाहर हंगामा किया। जबकि सिविल अस्पताल में दवा के लिए लाइन लगी पर वितरण शरू नहीं हुआ। डफरिन में भी वार्ड खाली रहे। डॉक्टर की सलाह के बाद मरीज दवा व जांच के लिए भटक रहे हैं। यहां एक्सरे की जांच भी ठप है।
पटरी से उतरी व्यवस्था-
कार्य बहिष्कार की वजह से हॉस्पिटल में व्यवस्था पटरी से उतर गयी है। अफसरों ने संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने का दावा किया था पर वो दिखाई नहीं दे रहे हैं।